(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन एवं बिलासपुर रेल मंडल सदैव सुर्खियों में बना रहता है।केवल रेलवे से आय प्राप्त करने के लिए यह रेलवे आए दिन यात्री ट्रेनों को बंद कर केवल मालगाड़ियों का परिचालन करता है। उन्हें यात्रियों से कोई लेना देना नहीं।यात्री ट्रेन कई घंटे विलंब से बिलासपुर-कटनी रेल मार्ग में चलना आजकल आम बात हो गई।देखा जाता है कि बीच रास्ते में यात्री ट्रेनों को रोककर मालगाड़ियों को पास कर दिया जाता है।यात्री काफी समय तक परेशान होता रहता है लेकिन उसकी सुध लेने वाला कोई नजर नहीं आता दूर-दूर तक।1अक्टूबर से लगभग अधिकांश रेलवे ने अपने यहां की समय सारणी जारी कर दी लेकिन आज दिनांक तक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर जोन एवं बिलासपुर रेल मंडल अपनी समय सारणी समाचार पत्रों के माध्यम से आम जनता के लिए जारी नहीं की।आम जनता के लिए समय सारणी जारी न होने से यात्रियों के स्टेशन पहुंचने पर जो ट्रेन में लगभग 25 मिनट पहले आ गई वह ट्रेन यात्रियों की छूट गई।लेकिन इसका संज्ञान लेने कि किसी को फुर्सत नहीं।रेलवे ने कई ट्रेनों के समय में बदलाव किया है 2 मिनट 3 मिनट 5 मिनट से लेकर 20 25 मिनट ट्रेन पहले कर दी गई या आगे बढ़ा दी गई।लेकिन यात्रियों को इस बात की जानकारी आज तक नहीं दी गई। रेलवे स्टेशनों पर लगी समय सारणी में भी आज तक किसी तरह का सुधार नहीं किया गया जिससे यात्री पुराने समय के अनुसार स्टेशन पहुंच रहे है।जबकि भारतीय रेलवे एक है लेकिन बिलासपुर रेलवे भारतीय रेलवे से हटकर अपना एक अलग रूख अख्तियार कर चल रहा है जिससे यात्रियों को बेवजह परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।चुनाव का समय नजदीक आते ही कोरोना काल से कई स्टेशनों के स्टॉपेज बंद पड़े थे जिन्हें अब रेलवे चालू करना प्रारंभ कर दिया।आज भी कई रेलवे स्टेशन स्टॉपेज का इंतजार कर रहे हैं।जिन स्टेशनों पर आंदोलन हुए,आवाज उठाई गई वहां तत्काल स्टॉपेज प्रारंभ करने के निर्देश जारी हो गए और ट्रेन नए स्टॉपेज पर रुकने लगी।लेकिन आज भी कई स्टेशन ट्रेनों के स्टॉपेज का इंतजार ईमानदारी से कर रहे हैं तो रेलवे की नजर उस और इनायत नहीं हो रही।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व विंध्य विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अनिल कुमार गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी,रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी को कई बार पत्र लिखकर बिलासपुर जोन एवं बिलासपुर रेल मंडल में बैठे अधिकारियों के संबंध में स्पष्ट किया कि यह अधिकारी भाजपा के विरोधी है।जो आए दिन यात्रियों को बेवजह परेशान कर भारतीय जनता पार्टी के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं।जिसकी लगातार उन्होंने शिकायत की जिस पर प्रधानमंत्री एवं रेल मंत्री ने संज्ञान लेते हुए स्टॉपेज जारी करने के निर्देश दिए।जिसका परिणाम हुआ कि स्टॉपेज उनकी मांग के अनुरूप प्रारंभ हो गए। जिससे यात्रियों को यात्रा करने में आसानी हो गई।
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