(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा)भारतीय रेल एक ऐसा साधन है जिससे एक दिन में लाखों लोग सफर करते हैं।ट्रेनों में सफर कर रहे यात्रियों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए रेलवे ने ‘रेल मदद ऐप’ तैयार किया है।
डिजिटल इंडिया मिशन के तहत नागरिको दी जाने वाली सुविधा के रेल मदद एप एक डिजिटल प्लेटफार्म है। पैसेंजर इस ऐप के जरिए रेल सफर के दौरान आने वाली सभी दिक्कतों का समाधान के साथ ही अपनी शिकायत भी दर्ज कर सकते हैं।यह 24×7 मल्टीपल चैनल ग्राहक सहायता सेवा ‘रेल मदद’ ऐप, वेबसाइट, ई मेल, पोस्ट, सोशल मीडिया और एक हेल्पलाइन सर्विस के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे अपने तीनों मंडलों एवं मुख्यालय के रेल मदद एप के टीम के साथ यात्रियों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए 24x7 तैनात है।यहाँ समस्याओं के समाधान का औसत निपटारा समय 33 मिनट है और यात्रियों के द्वारा दिया गया फीडबैक भी संतोषजनक या उससे बेहतर है।
बिलासपुर,रायपुर,नागपुर तथा ज़ोनल मुख्यालय नियंत्रण कार्यालय में रेल मदद एप के त्वरित समाधान के लिए समर्पित रेलकर्मी तैनात हैं।इस वर्ष जनवरी से मई तक 27000 से अधिक शिकायतों का त्वरित समाधान किया जा चुका है।रेल मदद का अर्थ है रेल में सफर करते वक्त वांछित सहायता प्राप्त करने के लिए मोबाइल एप्लीकेशन।
यह मोबाइल एप्लीकेशन एंड्राइड और आईओएस मोबाइल प्लेटफार्म पर उपलब्ध है।
डिजिटल इंडिया मिशन के तहत नागरिको दी जाने वाली सुविधा के रेल मदद एप एक डिजिटल प्लेटफार्म है। पैसेंजर इस ऐप के जरिए रेल सफर के दौरान आने वाली सभी दिक्कतों का समाधान के साथ ही अपनी शिकायत भी दर्ज कर सकते हैं।यह 24×7 मल्टीपल चैनल ग्राहक सहायता सेवा ‘रेल मदद’ ऐप, वेबसाइट, ई मेल, पोस्ट, सोशल मीडिया और एक हेल्पलाइन सर्विस के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है।दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे अपने तीनों मंडलों एवं मुख्यालय के रेल मदद एप के टीम के साथ यात्रियों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए 24x7 तैनात है।यहाँ समस्याओं के समाधान का औसत निपटारा समय 33 मिनट है और यात्रियों के द्वारा दिया गया फीडबैक भी संतोषजनक या उससे बेहतर है।
बिलासपुर,रायपुर,नागपुर तथा ज़ोनल मुख्यालय नियंत्रण कार्यालय में रेल मदद एप के त्वरित समाधान के लिए समर्पित रेलकर्मी तैनात हैं।इस वर्ष जनवरी से मई तक 27000 से अधिक शिकायतों का त्वरित समाधान किया जा चुका है।रेल मदद का अर्थ है रेल में सफर करते वक्त वांछित सहायता प्राप्त करने के लिए मोबाइल एप्लीकेशन।
यह मोबाइल एप्लीकेशन एंड्राइड और आईओएस मोबाइल प्लेटफार्म पर उपलब्ध है।
रेल मदद मोबाइल एप
से शिकायत दर्ज करना
से शिकायत दर्ज करना
गूगल प्ले स्टोर से रेल मदद एप डाउनलोड करें,अपना डिटेल्स डालें,ओटीपी डालें,विकल्प रजिस्टर पर संबन्धित विकल्प चुने,शिकायत एवं उनके समाधान के विकल्प को चुनें,शिकायत दर्ज के विकल्प पर क्लिक करें।
ट्रेन से सम्बंधित शिकायत दर्ज करने के लिए रजिस्टर माय कंप्लेंट फॉर ट्रेन विकल्प पर क्लिक करें,रेल में सफ़र के दौरान स्टेशन से सम्बंधित असुविधा की शिकायत दर्ज करने के लिए रजिस्टर माय कंप्लेंट फॉर स्टेशन विकल्प पर क्लिक करें।ट्रेन में सफ़र के दौरान सहायता प्राप्त करने के लिए एप में दिए विकल्प हेल्पलाइन नंबर पर क्लिक करें।
हेल्पलाइन नंबर द्वारा कॉल करने पर ट्रेन में यात्री को सहायता प्राप्त हो जाती है।इस एप के माध्यम से ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में सहायता से सम्बंधित सुविधा रेल यात्रियों को प्रदान करने की योजना का संचालन किया जाता है।रेल मदद एप के जरिये रेल में स्वच्छता,एवं सफ़र के दौरान असुरक्षा एवं बच्चो के सहायता हेतु सीधे फ़ोन कॉल से मदद प्राप्त करने के लिए हेल्पलाइन नंबर शामिल किये गए हैं।संबंधित शिकायत से संबन्धित फोटो खींचकर अपलोड भी किया जा सकता है।शिकायत के स्टेटस की जानकारी भी यात्री को ट्रैक कंप्लेंट में दिखता है।रेलवे मदद ऐप के जरिए यात्री किसी भी ट्रेन या स्टेशन की शिकायत दर्ज कर सकते हैं।इस ऐप पर मेडिकल असिस्टेंस को लेकर,सुरक्षा को लेकर,दिव्यांगजनों की सुविधाओं को लेकर,कोच में सफाई को लेकर,स्टाफ के बर्ताव समेत कई मुद्दों पर अपनी शिकायत दर्ज कराया जा सकता हैं।रेलवे मदद ऐप पर आप अपनी दर्ज की हुई शिकायत को ट्रैक भी कर सकते हैं।शिकायत का स्टेटस भी देखा जा सकता है।एप के अंदर अदर सर्विसेज का टैब भी दिया गया है।जिसके आधार पर आगे टिकट बुकिंग,ट्रेन की पूछताछ,रिजर्वेशन की पूछताछ,रिटाइरिंग रूम बुकिंग और इंडियन रेलवे सलेक्ट किया जा सकता है।यह सभी टैब भारतीय रेलवे की अन्य आधिकारिक वेबसाइट और एप तक पहुँच उपलब्ध कराते हैं।जिसे डाउनलोड करके आगे की सेवा लिया जा सकता है।आपको यहां यूटीएस टिकटिंग का ऑप्शन भी मिलता है।जिसके आधार पर अनारक्षित (जनरल) टिकट भी बुक कराया जा सकता है।रेल मदद की वेबसाइट के अनुसार,पोर्टल का उद्देश्य शिकायतों के त्वरित समाधान के साथ रेल यात्रियों के अनुभव को बढ़ाना है।
ट्रेन से सम्बंधित शिकायत दर्ज करने के लिए रजिस्टर माय कंप्लेंट फॉर ट्रेन विकल्प पर क्लिक करें,रेल में सफ़र के दौरान स्टेशन से सम्बंधित असुविधा की शिकायत दर्ज करने के लिए रजिस्टर माय कंप्लेंट फॉर स्टेशन विकल्प पर क्लिक करें।ट्रेन में सफ़र के दौरान सहायता प्राप्त करने के लिए एप में दिए विकल्प हेल्पलाइन नंबर पर क्लिक करें।
हेल्पलाइन नंबर द्वारा कॉल करने पर ट्रेन में यात्री को सहायता प्राप्त हो जाती है।इस एप के माध्यम से ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में सहायता से सम्बंधित सुविधा रेल यात्रियों को प्रदान करने की योजना का संचालन किया जाता है।रेल मदद एप के जरिये रेल में स्वच्छता,एवं सफ़र के दौरान असुरक्षा एवं बच्चो के सहायता हेतु सीधे फ़ोन कॉल से मदद प्राप्त करने के लिए हेल्पलाइन नंबर शामिल किये गए हैं।संबंधित शिकायत से संबन्धित फोटो खींचकर अपलोड भी किया जा सकता है।शिकायत के स्टेटस की जानकारी भी यात्री को ट्रैक कंप्लेंट में दिखता है।रेलवे मदद ऐप के जरिए यात्री किसी भी ट्रेन या स्टेशन की शिकायत दर्ज कर सकते हैं।इस ऐप पर मेडिकल असिस्टेंस को लेकर,सुरक्षा को लेकर,दिव्यांगजनों की सुविधाओं को लेकर,कोच में सफाई को लेकर,स्टाफ के बर्ताव समेत कई मुद्दों पर अपनी शिकायत दर्ज कराया जा सकता हैं।रेलवे मदद ऐप पर आप अपनी दर्ज की हुई शिकायत को ट्रैक भी कर सकते हैं।शिकायत का स्टेटस भी देखा जा सकता है।एप के अंदर अदर सर्विसेज का टैब भी दिया गया है।जिसके आधार पर आगे टिकट बुकिंग,ट्रेन की पूछताछ,रिजर्वेशन की पूछताछ,रिटाइरिंग रूम बुकिंग और इंडियन रेलवे सलेक्ट किया जा सकता है।यह सभी टैब भारतीय रेलवे की अन्य आधिकारिक वेबसाइट और एप तक पहुँच उपलब्ध कराते हैं।जिसे डाउनलोड करके आगे की सेवा लिया जा सकता है।आपको यहां यूटीएस टिकटिंग का ऑप्शन भी मिलता है।जिसके आधार पर अनारक्षित (जनरल) टिकट भी बुक कराया जा सकता है।रेल मदद की वेबसाइट के अनुसार,पोर्टल का उद्देश्य शिकायतों के त्वरित समाधान के साथ रेल यात्रियों के अनुभव को बढ़ाना है।
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