(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) श्री हनुमान जन्मोत्सव एवं हनुमान मंदिर स्थापना के पाँच वर्ष पूर्ण होने के शुभ अवसर पर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय स्थित हनुमान मंदिर में कलियुग के परम पूज्य भगवान श्री हनुमान जी की पूजा, आराधना एवं साधना कर बड़े संख्या में छात्रों ने सांस्कृतिक शोभायात्रा तथा हनुमान झांकी निकाली,भारी संख्या में पुलिस बल ड्यूटी पर तैनात था,झांकी के दौरान छात्र पैदल, बाइक से सम्मिलित हुए।
श्री हनुमान जन्मोत्सव के शुभ अवसर शोध छात्र चिन्मय पाण्डेय,गोविंद पाण्डेय,आर्यन सराफ़,आयुष रॉय,अक्षय सिंह बघेल,गौरव सिंह..ने अपने छात्र साथियों को हनुमान मैनेजमेंट के गुढ़ रहस्य को बताया तथा सभी छात्र हनुमान संकल्प लेकर दृढप्रतिज्ञ हुए।सभी छात्रों ने हनुमान संकल्प में कौशल में कुशल और निपुण होने, पहले प्लानिंग फिर उसका इंप्लीमेंटेशन, विस्तृत, विलक्षण एवं बेहतर योजनाकार के साथ विपरीत परिस्थितियों में विचलित हुए बगैर दृढ इच्छाशक्ति से आगे बढ़ने को दोहराया। छात्रों ने टेक्नोलॉजी में अव्वल रहने, 2047 तक भारत को परम वैभवी राष्ट्र बनाने, नए आत्मविश्वासयुक्त, आत्मसम्मान से भरा, ‘पराक्रम के साथ परिक्रमा’; ‘क्रांति की जगह संक्रांति’; ‘विरोध नहीं विकल्प’ के सकारात्मक दृष्टिकोण से कार्य करने के लिए संकल्पित हुए। युवा ‘स्वाभिमानी’, ‘समृद्धशाली’, ‘सुशील संपन्न’, ‘संगठित’ एवं ‘समरस भारत’ के साथ अमृत काल में ‘स्व’ की त्रयीमंत्र – “स्वधर्म, स्वदेशी और स्वराज” से छात्र में ‘स्व’ के जागरण की प्रेरणा जगाने तथा विश्व कल्याण के उदात्त लक्ष्य को मूर्तरूप प्रदान करने विश्व शांति, विश्व बंधुत्व और मानव कल्याण के लिए अपनी भूमिका निभाने का प्रण लिया।
छात्रों ने ‘पंच-प्रण’ पहला प्रण- विकसित भारत,हमें बड़े संकल्पों और संकल्प के साथ आगे बढ़ना है. दूसरा प्रण - गुलामी की हर सोच से मुक्ति, दासता के सभी निशान मिटा दें, तीसरा प्रण-हमें हमारी विरासत पर गर्व करना चाहिए. चौथा प्रण-एकता की ताकत पांचवां प्रण-छात्रों द्वारा अपने कर्तव्य पालन का प्रण लिया। हनुमान झांकी में निर्भीकता, निश्चिंता, व्यवहार में पारदर्शिता, शत्रुओं के बीच मित्र खोजने की अप्रतिम इच्छा शक्ति, चरित्र निर्माण के नारे लगाए।
श्री हनुमान जन्मोत्सव संकल्प कार्यक्रम में प्रमुख रूप से चिन्मय पाण्डेय ,गोविंद पाण्डेय,आयुष रॉय ,आर्यन सराफ़ ,गौरव सिंह ,अक्षय सिंह बघेल, दुरगजीत, प्रतिमेश सिंह ,दीपक त्रिपाठी, रवि मिश्रा ,रोहित श्रीवास ,विशाल, अभिनाश सिंह, भंवर प्रताप सिंह बघेल ,ऋतुराज पटेल ,बंटी, अमरेन्द्र प्रताप सिंह,देवांशु शर्मा ,आरती त्रिपाठी,अपेक्षा शुक्ला, तनिशा तिवारी, हर्षिता,अतिशा , अनुजा,स्नेहा, रुचिता, रेणु ,आकर्षित सिंह चंदेल ,अटल राज सिंह ,शुभांशु मिश्रा,हर्ष मिश्रा,जितेश सिंह, श्रेयांश, अभिषेक,वीरेंद्र प्रताप सिंह,आदित्य सिंह चौहान,शुभांकित सोनी,सौरभ पाण्डेय,प्रतीक तिवारी,छेत्र के समस्त गणमान नागरिक,एवं विश्वविद्यालय मे अद्यान रथ भारत के भिन्न भिन्न प्रांतों के समस्त छात्र छात्राएं,विश्वव हिन्दू परिषद,आस पास के छेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता क्षेत्र एवं विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक टोली उपस्थित थी।
श्री हनुमान जन्मोत्सव के शुभ अवसर शोध छात्र चिन्मय पाण्डेय,गोविंद पाण्डेय,आर्यन सराफ़,आयुष रॉय,अक्षय सिंह बघेल,गौरव सिंह..ने अपने छात्र साथियों को हनुमान मैनेजमेंट के गुढ़ रहस्य को बताया तथा सभी छात्र हनुमान संकल्प लेकर दृढप्रतिज्ञ हुए।सभी छात्रों ने हनुमान संकल्प में कौशल में कुशल और निपुण होने, पहले प्लानिंग फिर उसका इंप्लीमेंटेशन, विस्तृत, विलक्षण एवं बेहतर योजनाकार के साथ विपरीत परिस्थितियों में विचलित हुए बगैर दृढ इच्छाशक्ति से आगे बढ़ने को दोहराया। छात्रों ने टेक्नोलॉजी में अव्वल रहने, 2047 तक भारत को परम वैभवी राष्ट्र बनाने, नए आत्मविश्वासयुक्त, आत्मसम्मान से भरा, ‘पराक्रम के साथ परिक्रमा’; ‘क्रांति की जगह संक्रांति’; ‘विरोध नहीं विकल्प’ के सकारात्मक दृष्टिकोण से कार्य करने के लिए संकल्पित हुए। युवा ‘स्वाभिमानी’, ‘समृद्धशाली’, ‘सुशील संपन्न’, ‘संगठित’ एवं ‘समरस भारत’ के साथ अमृत काल में ‘स्व’ की त्रयीमंत्र – “स्वधर्म, स्वदेशी और स्वराज” से छात्र में ‘स्व’ के जागरण की प्रेरणा जगाने तथा विश्व कल्याण के उदात्त लक्ष्य को मूर्तरूप प्रदान करने विश्व शांति, विश्व बंधुत्व और मानव कल्याण के लिए अपनी भूमिका निभाने का प्रण लिया।
छात्रों ने ‘पंच-प्रण’ पहला प्रण- विकसित भारत,हमें बड़े संकल्पों और संकल्प के साथ आगे बढ़ना है. दूसरा प्रण - गुलामी की हर सोच से मुक्ति, दासता के सभी निशान मिटा दें, तीसरा प्रण-हमें हमारी विरासत पर गर्व करना चाहिए. चौथा प्रण-एकता की ताकत पांचवां प्रण-छात्रों द्वारा अपने कर्तव्य पालन का प्रण लिया। हनुमान झांकी में निर्भीकता, निश्चिंता, व्यवहार में पारदर्शिता, शत्रुओं के बीच मित्र खोजने की अप्रतिम इच्छा शक्ति, चरित्र निर्माण के नारे लगाए।
श्री हनुमान जन्मोत्सव संकल्प कार्यक्रम में प्रमुख रूप से चिन्मय पाण्डेय ,गोविंद पाण्डेय,आयुष रॉय ,आर्यन सराफ़ ,गौरव सिंह ,अक्षय सिंह बघेल, दुरगजीत, प्रतिमेश सिंह ,दीपक त्रिपाठी, रवि मिश्रा ,रोहित श्रीवास ,विशाल, अभिनाश सिंह, भंवर प्रताप सिंह बघेल ,ऋतुराज पटेल ,बंटी, अमरेन्द्र प्रताप सिंह,देवांशु शर्मा ,आरती त्रिपाठी,अपेक्षा शुक्ला, तनिशा तिवारी, हर्षिता,अतिशा , अनुजा,स्नेहा, रुचिता, रेणु ,आकर्षित सिंह चंदेल ,अटल राज सिंह ,शुभांशु मिश्रा,हर्ष मिश्रा,जितेश सिंह, श्रेयांश, अभिषेक,वीरेंद्र प्रताप सिंह,आदित्य सिंह चौहान,शुभांकित सोनी,सौरभ पाण्डेय,प्रतीक तिवारी,छेत्र के समस्त गणमान नागरिक,एवं विश्वविद्यालय मे अद्यान रथ भारत के भिन्न भिन्न प्रांतों के समस्त छात्र छात्राएं,विश्वव हिन्दू परिषद,आस पास के छेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता क्षेत्र एवं विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक टोली उपस्थित थी।
0 Comments