(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने एक बार फिर अमरकंटक में हुए साल वृक्ष की कटाई पर सवाल खड़े किए हैं और सरकार से इन वृक्षों की कटाई की जांच कराने की मांग की है। पूर्व मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन उमा भारती ने ट्वीट किया और बताया कि मुझे वहां के लोगों ने जानकारी दी है कि यहां अंधाधुंध साल वृक्ष की कटाई की जा रही हैं।
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अमरकंटक में पेड़ों की कटाई को लेकर सवाल उठाए है...?
उन्होंने ट्वीट करके प्रशासन पर निशाना साधा है।उन्होंने कहा कि 1 साल पहले वन विभाग ने 50 हजार पेड़ों को बीमार घोषित करके उनको काटने का फैसला किया था, लेकिन 50 हजार की जगह 2 लाख पेड़ काट दिए गए। इसकी जांच करानी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने ट्वीट करके कहा कि अफसर सीएम के सामने सुंदर तस्वीर पेश करते हैं लेकिन वो सच्चाई से दूर होती है।उन्होंने कहा कि मुझे अमरकंटक में वहां लोगों ने जानकारी दी कि अभी कुछ वर्ष पहले हमारी सरकार के समय करीब 50 हजार बहुमूल्य साल वृक्ष वन विभाग ने बीमार घोषित करके उनको काट डालने का फैसला लिया ताकि बीमारी आगे ना फैले।लेकिन 50 हजार की जगह 2 लाख साल वृक्ष काट दिए गए हैं।उमा भारती ने इस साल के वृक्ष की कटाई पर जांच बिठाने की मांग की है।
आगे उन्होंने कहा कि अमरकंटक में कबीर चौरा पर महीनों से लाइट नहीं थी लेकिन मैंने मुख्यमंत्री कार्यालय फोन किया लाइट तुरंत आ गई।अधिकारियों ने कहा लाइट 24 घंटे से नहीं थी।जबकि हकीकत में लाइट महीनों से नहीं थी।
मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने अमरकंटक में पेड़ों की कटाई को लेकर सवाल उठाए है...?
उन्होंने ट्वीट करके प्रशासन पर निशाना साधा है।उन्होंने कहा कि 1 साल पहले वन विभाग ने 50 हजार पेड़ों को बीमार घोषित करके उनको काटने का फैसला किया था, लेकिन 50 हजार की जगह 2 लाख पेड़ काट दिए गए। इसकी जांच करानी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने ट्वीट करके कहा कि अफसर सीएम के सामने सुंदर तस्वीर पेश करते हैं लेकिन वो सच्चाई से दूर होती है।उन्होंने कहा कि मुझे अमरकंटक में वहां लोगों ने जानकारी दी कि अभी कुछ वर्ष पहले हमारी सरकार के समय करीब 50 हजार बहुमूल्य साल वृक्ष वन विभाग ने बीमार घोषित करके उनको काट डालने का फैसला लिया ताकि बीमारी आगे ना फैले।लेकिन 50 हजार की जगह 2 लाख साल वृक्ष काट दिए गए हैं।उमा भारती ने इस साल के वृक्ष की कटाई पर जांच बिठाने की मांग की है।
आगे उन्होंने कहा कि अमरकंटक में कबीर चौरा पर महीनों से लाइट नहीं थी लेकिन मैंने मुख्यमंत्री कार्यालय फोन किया लाइट तुरंत आ गई।अधिकारियों ने कहा लाइट 24 घंटे से नहीं थी।जबकि हकीकत में लाइट महीनों से नहीं थी।
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