(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) मध्यप्रदेश इको पर्यटन बोर्ड एवं वन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में अनूपपुर वन मंडल के वन परिक्षेत्र राजेंद्रग्राम अंतर्गत गणेश आश्रम,धरहर में शास.उ. माध्य. विद्यालय पठैती एवं उमनिया के 120 छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर अनूपपुर जिला अंत्योदय समिति अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक सुदामा सिंह सिंग्राम उपस्थित रहे।उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शासन द्वारा बच्चों के वन्य प्राणियों जैव-विविधता से संबंधित जानकारियों को प्रदाय कर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से अनुभूति कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।जिसमें बच्चों को वनों को बचाने में सहयोग करने के साथ जैव-विविधता के संबंध में जानकारी दी जा रही है।जो सराहनीय है।उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें हाथी के जैसे बुद्धिमान एवं शेर के जैसे शक्तिशाली बनना
है।
ग्राम पंचायत किरगी राजेंद्रग्राम सरपंच अर्जुन सिंह ने कहा कि बच्चे अपने तथा अपने सहयोगियों के जन्म दिवस के अवसर पर एक-एक पौधा लगाने तथा पौधा की रक्षा करने का संकल्प लेकर कार्य करें।ताकि आने वाले समय में दूषित हो रहे पर्यावरण को बचाया जा सके ।
सहायक वन संरक्षक एवं उप वन मंडल अधिकारी राजेंद्रग्राम प्रदीप खत्री ने बच्चों को संबोधित करते हुए बच्चों से वनों की रक्षा करने तथा वनों को नुकसान पहुंचाने वालों की सूचनाएं देने का आह्वान किया।अनुभूति कार्यक्रम दौरान मास्टर ट्रेनर श्रवण कुमार पटेल,शशिधर अग्रवाल एवं वन परीक्षेत्र अधिकारी राजेंद्रग्राम पीयूष त्रिपाठी ने बच्चों को अनुभूति की पुस्तकों तथा सामग्रियों का वितरण करते हुए वन भ्रमण कराकर पक्षी दर्शन तथा वनों में पाए जाने वाली औषधियों,पेड़ों की पहचान कराते हुए वनों के निर्माण व वनों में पाए जाने वाले पेड़ पौधों जीव जंतु वन्य प्राणियों तथा अन्य की जानकारी दी।इस दौरान अमृता देवी बिश्नोई एवं झारखंड में पूर्व में एक अभियान के तहत काटे जा रहे वनों को रोकने के लिए शहीद होने वाले अमृता देवी बिश्नोई एवं झारखंड में पेड़ों के बचाने के लिए चलाए गए चिपको आंदोलन के तहत वन भ्रमण दौरान बच्चों को पेड़ों के समक्ष पहुंचा कर पेड़ों से लिपटते हुए पेड़ों को बचाने का संकल्प लिया।बच्चों को धारहर के पहाड़ से निकलने वाले बहगढ़ नाला के प्राकृतिक झरना एवं पुरातात्विक महत्व के धार्मिक स्थल गणेश आश्रम एवं कलचुरी कालीन मंदिर का अवलोकन करते हुए स्थलों के पुरातात्विक महत्व की जानकारी प्रदाय की गई।परिक्षेत्र सहायक गिरारी राजेश द्विवेदी ने बच्चों को वन गीत के माध्यम से वनों को बचाने का आह्वान किया।इस दौरान छात्र-छात्राओं ने वन,वन संरक्षण से संबंधित गीत नृत्य प्रस्तुत कर अनुभूति कार्यक्रम में मिली जानकारी का अनुभव सबके साथ शेयर किया।
कार्यक्रम में सहभागी छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए तथा अतिथियों द्वारा सभी को वन,वन्य प्राणियों,जैव विविधता के संरक्षण के संबंध में शपथ
दिलाई।इस दौरान क्षेत्र सहायक राजेंद्रग्राम कल्याण सिंह मार्को ने अनुभूति कार्यक्रम में सम्मिलित सभी छात्र छात्राओं शिक्षकों एवं अन्य का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर अनूपपुर जिला अंत्योदय समिति अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक सुदामा सिंह सिंग्राम उपस्थित रहे।उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शासन द्वारा बच्चों के वन्य प्राणियों जैव-विविधता से संबंधित जानकारियों को प्रदाय कर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से अनुभूति कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।जिसमें बच्चों को वनों को बचाने में सहयोग करने के साथ जैव-विविधता के संबंध में जानकारी दी जा रही है।जो सराहनीय है।उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि हमें हाथी के जैसे बुद्धिमान एवं शेर के जैसे शक्तिशाली बनना
है।
ग्राम पंचायत किरगी राजेंद्रग्राम सरपंच अर्जुन सिंह ने कहा कि बच्चे अपने तथा अपने सहयोगियों के जन्म दिवस के अवसर पर एक-एक पौधा लगाने तथा पौधा की रक्षा करने का संकल्प लेकर कार्य करें।ताकि आने वाले समय में दूषित हो रहे पर्यावरण को बचाया जा सके ।
सहायक वन संरक्षक एवं उप वन मंडल अधिकारी राजेंद्रग्राम प्रदीप खत्री ने बच्चों को संबोधित करते हुए बच्चों से वनों की रक्षा करने तथा वनों को नुकसान पहुंचाने वालों की सूचनाएं देने का आह्वान किया।अनुभूति कार्यक्रम दौरान मास्टर ट्रेनर श्रवण कुमार पटेल,शशिधर अग्रवाल एवं वन परीक्षेत्र अधिकारी राजेंद्रग्राम पीयूष त्रिपाठी ने बच्चों को अनुभूति की पुस्तकों तथा सामग्रियों का वितरण करते हुए वन भ्रमण कराकर पक्षी दर्शन तथा वनों में पाए जाने वाली औषधियों,पेड़ों की पहचान कराते हुए वनों के निर्माण व वनों में पाए जाने वाले पेड़ पौधों जीव जंतु वन्य प्राणियों तथा अन्य की जानकारी दी।इस दौरान अमृता देवी बिश्नोई एवं झारखंड में पूर्व में एक अभियान के तहत काटे जा रहे वनों को रोकने के लिए शहीद होने वाले अमृता देवी बिश्नोई एवं झारखंड में पेड़ों के बचाने के लिए चलाए गए चिपको आंदोलन के तहत वन भ्रमण दौरान बच्चों को पेड़ों के समक्ष पहुंचा कर पेड़ों से लिपटते हुए पेड़ों को बचाने का संकल्प लिया।बच्चों को धारहर के पहाड़ से निकलने वाले बहगढ़ नाला के प्राकृतिक झरना एवं पुरातात्विक महत्व के धार्मिक स्थल गणेश आश्रम एवं कलचुरी कालीन मंदिर का अवलोकन करते हुए स्थलों के पुरातात्विक महत्व की जानकारी प्रदाय की गई।परिक्षेत्र सहायक गिरारी राजेश द्विवेदी ने बच्चों को वन गीत के माध्यम से वनों को बचाने का आह्वान किया।इस दौरान छात्र-छात्राओं ने वन,वन संरक्षण से संबंधित गीत नृत्य प्रस्तुत कर अनुभूति कार्यक्रम में मिली जानकारी का अनुभव सबके साथ शेयर किया।
कार्यक्रम में सहभागी छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए तथा अतिथियों द्वारा सभी को वन,वन्य प्राणियों,जैव विविधता के संरक्षण के संबंध में शपथ
दिलाई।इस दौरान क्षेत्र सहायक राजेंद्रग्राम कल्याण सिंह मार्को ने अनुभूति कार्यक्रम में सम्मिलित सभी छात्र छात्राओं शिक्षकों एवं अन्य का आभार व्यक्त किया।
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