(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) जिले के सभी शासकीय स्कूलों,छात्रावासों, आश्रमों में सुशासन के बेहतर मापदण्ड स्थापित कर शिक्षण की गुणवत्ता के सार्थक प्रयास सुनिश्चित किए जांए।
उक्ताशय के निर्देश कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में सुशासन सप्ताह के तहत आयोजित संकुल प्राचार्य एवं हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूलों के प्राचार्यों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने दिए।बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभय सिंह ओहरिया, डिप्टी कलेक्टर एवं जनजातीय कार्य विभाग के प्रभारी सहायक आयुक्त विजय डेहरिया, जिला शिक्षा अधिकारी टी.आर.आर्मो, सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना समन्वयक हेमन्त खैरवाल सहित सर्व संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने परीक्षा गुणवत्ता सुधार, छात्रवृत्ति, क्रमोन्नति सहित सीएम हेल्पलाईन के लंबित प्रकरणों के निराकरण आदि के संबंध में निर्देश दिए गए।उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा के लिए कक्षाओं का संचालन नियमित रूप से किया जाए तथा शिक्षकों की शत प्रतिशत उपस्थिति की मॉनीटरिंग सुनिश्चित की जाए।उन्होंने कहा कि शिक्षकों की उपस्थिति हाजिरी एप में नियमित रूप से दर्ज की जाए। विद्यालयों, छात्रावासों तथा आश्रमों के लिए शासन द्वारा पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। जिसके लिए प्रबंधन उचित रूप से सुनिश्चित की जाए। उन्होंने बैठक में संकुल प्राचार्यों से व्यवस्थाओं के संबंध में फीडबैक लेते हुए उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया।
कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने सीएम हेल्पलाईन में दर्ज लंबित शिकायतों के निराकरण के संबंध में प्राचार्यों को निर्देश दिए तथा सभी को जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्वों का पूर्ण सजग रहकर निर्वहन करने को कहा।उन्होंने कहा कि विद्यालय व छात्रावासों की अव्यवस्था की शिकायत मिलने पर संबंधितों के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।उन्होंने बैठक में जाति प्रमाण पत्र के संबंध में छात्र-छात्राओं के लंबित प्रकरणों का निराकरण अंतर्विभागीय समन्वय से करने के निर्देश दिए गए।उन्होंने कहा कि अगर इस संबंध में आवश्यक हो तो कैम्प लगाकर ऐसे लंबित प्रकरणों का निराकरण किया जावे।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभय सिंह ओहरिया ने सभी प्राचार्यों को स्कूलों में शिक्षकों की समय पर शत्-प्रतिशत् उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रावास,आवासीय विद्यालय,आश्रम की व्यवस्थाएं उचित रखें।उन्होंने आकस्मिक अवकाश,अर्जित अवकाश पंजी का संधारण करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सीएम हेल्पलाईन के संबंध में लंबित शिकायतों का निराकरण प्राथमिकता में लेकर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ताओं से चर्चा कर शिकायतों का समाधान सुनिश्चित कराया जाए। अगर शिकायत संबंधी निराकरण में कही कोई समस्या है तो वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराकर मार्गदर्शन प्राप्त किया जाए।
बैठक में सहायक आयुक्त तथा डिप्टी कलेक्टर विजय डेहरिया ने प्राचार्यों से सीएम हेल्पलाईन, परीक्षा गुणवत्ता, तिमाही परीक्षा के परिणाम, छात्र-छात्राओं को प्रश्न बैंक वितरण, छात्रवृत्ति स्वीकृति, क्रमोन्नति प्रस्ताव, लंबित पेंशन प्रकरण, विभागीय जांच, अनुकम्पा नियुक्ति, न्यायालयीन प्रकरण की समीक्षा की। उन्होंने विद्यालयों को प्राप्त राशि के लंबित उपयोगिता प्रमाण पत्र सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जर्जर हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूल, छात्रावास की जानकारी प्रस्तुत करने विशिष्ट विद्यालयों में प्रवेश हेतु भराए गए आवेदनों की जानकारी, एम षिक्षा मित्र, नामांकन, साईकल वितरण, पुस्तक वितरण, गणवेश वितरण की संस्थावार वस्तुस्थिति की जानकारी लेते हुए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किए। बैठक में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम की समीक्षा की गई।जिसमें सुधारात्मक कार्य के निर्देश दिए गए। कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने इस संबंध में प्राचार्यों को निर्देशित किया कि मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम शासन की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका स्वास्थ्य, पोषण, आहार विद्यार्थियों को उपलब्ध कराया जाना है। जिसका बेहतर संचालन अत्यंत आवश्यक है। उन्होने कहा कि सभी प्राचार्य मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम की मॉनीटरिंग स्वयं सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों द्वारा उन्हें अवगत कराया गया है कि मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम का संचालन जिम्मेदारी से नही किया जा रहा है। उन्होंने व्यवस्था सुधार के निर्देश देते हुए कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के भ्रमण में अगर व्यवस्था सुदृढ़ नही मिली तो दोषी जनों के साथ ही संस्था प्रमुखों के विरूद्ध भी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
उक्ताशय के निर्देश कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में सुशासन सप्ताह के तहत आयोजित संकुल प्राचार्य एवं हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूलों के प्राचार्यों की समीक्षा बैठक में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने दिए।बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभय सिंह ओहरिया, डिप्टी कलेक्टर एवं जनजातीय कार्य विभाग के प्रभारी सहायक आयुक्त विजय डेहरिया, जिला शिक्षा अधिकारी टी.आर.आर्मो, सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना समन्वयक हेमन्त खैरवाल सहित सर्व संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने परीक्षा गुणवत्ता सुधार, छात्रवृत्ति, क्रमोन्नति सहित सीएम हेल्पलाईन के लंबित प्रकरणों के निराकरण आदि के संबंध में निर्देश दिए गए।उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा के लिए कक्षाओं का संचालन नियमित रूप से किया जाए तथा शिक्षकों की शत प्रतिशत उपस्थिति की मॉनीटरिंग सुनिश्चित की जाए।उन्होंने कहा कि शिक्षकों की उपस्थिति हाजिरी एप में नियमित रूप से दर्ज की जाए। विद्यालयों, छात्रावासों तथा आश्रमों के लिए शासन द्वारा पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। जिसके लिए प्रबंधन उचित रूप से सुनिश्चित की जाए। उन्होंने बैठक में संकुल प्राचार्यों से व्यवस्थाओं के संबंध में फीडबैक लेते हुए उन्हें आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया।
कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने सीएम हेल्पलाईन में दर्ज लंबित शिकायतों के निराकरण के संबंध में प्राचार्यों को निर्देश दिए तथा सभी को जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्वों का पूर्ण सजग रहकर निर्वहन करने को कहा।उन्होंने कहा कि विद्यालय व छात्रावासों की अव्यवस्था की शिकायत मिलने पर संबंधितों के विरूद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।उन्होंने बैठक में जाति प्रमाण पत्र के संबंध में छात्र-छात्राओं के लंबित प्रकरणों का निराकरण अंतर्विभागीय समन्वय से करने के निर्देश दिए गए।उन्होंने कहा कि अगर इस संबंध में आवश्यक हो तो कैम्प लगाकर ऐसे लंबित प्रकरणों का निराकरण किया जावे।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभय सिंह ओहरिया ने सभी प्राचार्यों को स्कूलों में शिक्षकों की समय पर शत्-प्रतिशत् उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि छात्रावास,आवासीय विद्यालय,आश्रम की व्यवस्थाएं उचित रखें।उन्होंने आकस्मिक अवकाश,अर्जित अवकाश पंजी का संधारण करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सीएम हेल्पलाईन के संबंध में लंबित शिकायतों का निराकरण प्राथमिकता में लेकर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ताओं से चर्चा कर शिकायतों का समाधान सुनिश्चित कराया जाए। अगर शिकायत संबंधी निराकरण में कही कोई समस्या है तो वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराकर मार्गदर्शन प्राप्त किया जाए।
बैठक में सहायक आयुक्त तथा डिप्टी कलेक्टर विजय डेहरिया ने प्राचार्यों से सीएम हेल्पलाईन, परीक्षा गुणवत्ता, तिमाही परीक्षा के परिणाम, छात्र-छात्राओं को प्रश्न बैंक वितरण, छात्रवृत्ति स्वीकृति, क्रमोन्नति प्रस्ताव, लंबित पेंशन प्रकरण, विभागीय जांच, अनुकम्पा नियुक्ति, न्यायालयीन प्रकरण की समीक्षा की। उन्होंने विद्यालयों को प्राप्त राशि के लंबित उपयोगिता प्रमाण पत्र सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जर्जर हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी स्कूल, छात्रावास की जानकारी प्रस्तुत करने विशिष्ट विद्यालयों में प्रवेश हेतु भराए गए आवेदनों की जानकारी, एम षिक्षा मित्र, नामांकन, साईकल वितरण, पुस्तक वितरण, गणवेश वितरण की संस्थावार वस्तुस्थिति की जानकारी लेते हुए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किए। बैठक में मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम की समीक्षा की गई।जिसमें सुधारात्मक कार्य के निर्देश दिए गए। कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने इस संबंध में प्राचार्यों को निर्देशित किया कि मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम शासन की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका स्वास्थ्य, पोषण, आहार विद्यार्थियों को उपलब्ध कराया जाना है। जिसका बेहतर संचालन अत्यंत आवश्यक है। उन्होने कहा कि सभी प्राचार्य मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम की मॉनीटरिंग स्वयं सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों द्वारा उन्हें अवगत कराया गया है कि मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम का संचालन जिम्मेदारी से नही किया जा रहा है। उन्होंने व्यवस्था सुधार के निर्देश देते हुए कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों के भ्रमण में अगर व्यवस्था सुदृढ़ नही मिली तो दोषी जनों के साथ ही संस्था प्रमुखों के विरूद्ध भी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
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