(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) यात्रियों की जान माल की सुरक्षा के साथ उनके सामानों की सुरक्षा के लिए भी रेलवे नित्य नए कदम उठा रही है।अधिकांश ट्रेनों में सीसीटीवी कैमरे की नजर में यात्री और उनका सामान रहता है।अधिकांशत देखा जाता था की ट्रेन में यदि समान गुम गया तो उसकी उम्मीद लोगों को कम होती थी कि मिल पाएगा।लेकिन रेलवे सुरक्षा बल की तत्परता से यात्री का लगभग 4 लाख 30 हजार रुपए का सामान आरपीएफ की तत्परता से यात्री को उसका गुमा समान सुरक्षित उसके हवाले करा दिया गया।जिससे लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास की भावना पैदा हुई है। कई प्रकरणों में आरपीएफ ने ट्रेनों में छूटे हुए सामान यात्रियों को सुरक्षित वापस कराने में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन किया है।
22 दिसबंर को रीवा से कोतमा की यात्रा कर रहे चंद्रमणि मिश्रा का समान ट्रेन के कोच एस 3 में छूट गया था। जिसके अंदर लगभग साढ़े चार लाख रुपये के कीमती सोने और चांदी के समान और जरूरी कागजात थे।जिसे उतरते समय उतारना भूल गए थे।इसकी सूचना बिजुरी आरपीएफ कैम्पिंग स्टाफ बिजुरी को मिलने के बाद खोजबीन की गई।बताये गये स्थान पर सामान सुरक्षित मिलने पर यात्री को आरपीएफ ने सामान वापस लौटाया।
आरपीएफ निरीक्षक सुनीता मिंज ने बतया कि 22 दिसबंर को रीवा से कोतमा की यात्रा कर रहे चंद्रमणि मिश्रा का समान कोच एस 3 के बर्थ नंबर 26 में छूट गया था। जिसके अंदर लगभग साढ़े चार लाख रुपये के कीमती सोने और चांदी के समान सहित जरूरी कागजात थे।जिसे उतरते समय उतारना भूल गए थे।चंद्रमणि मिश्रा ने रेल मदद ऐप से मदद लेते हुए निवेदन किया।
जिसकी जानकारी मिलते ही आरपीएफ कैम्पिंग स्टाफ बिजुरी अंकित पाल,पवन कुमार एवं प्रमोद कुमार की टीम मामले को गंभीरता से लेते हुए सूटकेश को बोगी से प्राप्त किया।जिसे शुक्रवार को चंद्रमणि मिश्रा को उनका समान उनके सुपुर्द किया गया।इतनी दस्तयाबी की कार्यवाही पर यात्रियों की आरपीएफ के ऊपर और भी विश्वास बढ़ा हैं।वहीं रेलवे सुरक्षा बल चेक पोस्ट मनेन्द्रगढ़ निरीक्षक सुनीता मिंज ने अपने स्टाफ को बधाई दी हैं।
22 दिसबंर को रीवा से कोतमा की यात्रा कर रहे चंद्रमणि मिश्रा का समान ट्रेन के कोच एस 3 में छूट गया था। जिसके अंदर लगभग साढ़े चार लाख रुपये के कीमती सोने और चांदी के समान और जरूरी कागजात थे।जिसे उतरते समय उतारना भूल गए थे।इसकी सूचना बिजुरी आरपीएफ कैम्पिंग स्टाफ बिजुरी को मिलने के बाद खोजबीन की गई।बताये गये स्थान पर सामान सुरक्षित मिलने पर यात्री को आरपीएफ ने सामान वापस लौटाया।
आरपीएफ निरीक्षक सुनीता मिंज ने बतया कि 22 दिसबंर को रीवा से कोतमा की यात्रा कर रहे चंद्रमणि मिश्रा का समान कोच एस 3 के बर्थ नंबर 26 में छूट गया था। जिसके अंदर लगभग साढ़े चार लाख रुपये के कीमती सोने और चांदी के समान सहित जरूरी कागजात थे।जिसे उतरते समय उतारना भूल गए थे।चंद्रमणि मिश्रा ने रेल मदद ऐप से मदद लेते हुए निवेदन किया।
जिसकी जानकारी मिलते ही आरपीएफ कैम्पिंग स्टाफ बिजुरी अंकित पाल,पवन कुमार एवं प्रमोद कुमार की टीम मामले को गंभीरता से लेते हुए सूटकेश को बोगी से प्राप्त किया।जिसे शुक्रवार को चंद्रमणि मिश्रा को उनका समान उनके सुपुर्द किया गया।इतनी दस्तयाबी की कार्यवाही पर यात्रियों की आरपीएफ के ऊपर और भी विश्वास बढ़ा हैं।वहीं रेलवे सुरक्षा बल चेक पोस्ट मनेन्द्रगढ़ निरीक्षक सुनीता मिंज ने अपने स्टाफ को बधाई दी हैं।
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