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बौद्धिक संपदा के संरक्षण के प्रति समाज को जागरूक करने की आवश्यकता-डॉ.मुकेश अग्रवाल

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो) 

अनूपपुर (अंंचलधारा) जिले के अग्रणी शासकीय तुलसी महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग द्वारा मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन परियोजना द्वारा प्रायोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला बौद्धिक संपदा अधिकार  विषय पर आयोजित की गई।कार्यशाला में मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ से विभिन्न विषयों के प्राध्यापकों ने व्याख्यान प्रस्तुत किए।कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित प्रोफेसर अनिल कुमार गुप्ता प्राध्यापक पंडित शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय शहडोल ने बौद्धिक संपदा के अवधारणात्मक पक्ष पर प्रकाश डालते हुए इसके मालिक पक्षों को समझाने का प्रयास किया। विशिष्ट वक्ता के रूप में इंदिरा गांधी नेशनल ट्राईबल यूनिवर्सिटी अमरकंटक के प्रबंधन एवं वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शैलेंद्र भदौरिया ने बौद्धिक संपदा अधिकार के महत्व पर व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए कहा कि जिस प्रकार भौतिक संपत्ति की रक्षा के प्रति हम जागरूक रहते हैं उसी प्रकार बौद्धिक संपदा का संरक्षण भी आवश्यक है।विशिष्ट वक्ता डॉ.मुकेश अग्रवाल,सहायक प्राध्यापक गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर ने बौद्धिक संपदा के विभिन्न पहलुओं कॉपीराइट को बताते हुए इन सब के मध्य अंतर को बताया उन्होंने कहा बौद्धिक संपदा के संबंध में अभी समाज को बहुत अधिक जागरूक करने की आवश्यकता है आमजन अभी इस अधिकार से बहुत परिचित नहीं है।
                  कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट वक्ता डॉ.विवेकानंद मंडल सहायक प्राध्यापक फार्मेसी गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर ने बौद्धिक संपदा के संरक्षण की प्रक्रिया पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।डॉ. मंडल ने ट्रेडमार्क एवं कॉपीराइट प्राप्त करने के लिए अपनाए जाने वाले आवश्यक प्रक्रिया से अवगत कराया। 
        कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ.विक्रम सिंह बघेल एवं इसके संयोजक डॉ.देवेंद्र सिंह बागरी,विभागाध्यक्ष वाणिज्य विभाग रहें। सह-संयोजक शाहबाज़ खान एवं कार्यक्रम सचिव डॉ.नीरज मिश्रा रहें। कार्यक्रम का संचालन स्वेता श्रीवास्तव ने किया।कार्यक्रम में 100 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।

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