(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) विद्यालय में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के लगभग सैकड़ों विद्यार्थी मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे।बच्चों ने विद्यालय में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। बच्चों ने बताया कि स्कूल में हो रही समस्याओं पर स्कूल के प्राचार्य और छात्रावास के अधीक्षक ध्यान नहीं दे रहे है।
समस्याएं इतनी गंभीर है कि विद्यार्थी 1 किलोमीटर तक पैदल चलकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपनी फरियाद सुनने की गुहार लगाई। सैकड़ों की संख्या में आए विद्यार्थी 1 घंटे तक धूप में भूखे-प्यासे बैठे रहे। ज्ञापन में बताया कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में छात्र-छात्राओं को विद्यालय से लेकर छात्रावास तक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।स्कूल में शिक्षक की कमी होने के कारण पढ़ाई ठप्प पड़ी है।सितंबर में त्रैमासिक परीक्षा है।स्कूल में सीबीएसई पैटर्न पर छात्र- छात्राओं को पढ़ाई कराई जा रही हैं।शिक्षकों की कमी से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही हैं।बच्चों ने बताया कि स्कूल में अभी तक उनको कॉपी नहीं मिली हैं।इसके साथ ही बच्चों को जो स्कूल की ड्रेस दिए गए हैं,उसकी भी गुणवत्ता खराब हैं।
छात्र-छात्राओं ने बताया कि खाना भी गुणवत्ता विहीन दिया जाता है।उनके खाने में रोटी नही दी जाती हैं।बच्चों ने यह भी आरोप लगाया कि स्कूल में साफ-सफाई वह स्वयं ही करते हैं। बच्चों को 3 वर्ष से छात्रवृत्ति भी नहीं दी गई हैं। स्कूल में पढ़ रहे छात्र-छात्राएं स्कूल के प्राचार्य और छात्रावास की अधीक्षिका से परेशान हैं।जब इसके बारे में एडीएम सरोधन सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 6 जुलाई को शिक्षक की कमी के लिए स्कूल के प्राचार्य ने फाइल बनाकर जनजाति विभाग को दिया था।लेकिन उनकी लापरवाही के कारण फाइल कलेक्टर ऑफिस तक नहीं पहुंची।कलेक्टर के पास शिक्षक भर्ती की फाइल 22 अगस्त को पहुंची।
समस्याएं इतनी गंभीर है कि विद्यार्थी 1 किलोमीटर तक पैदल चलकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपनी फरियाद सुनने की गुहार लगाई। सैकड़ों की संख्या में आए विद्यार्थी 1 घंटे तक धूप में भूखे-प्यासे बैठे रहे। ज्ञापन में बताया कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में छात्र-छात्राओं को विद्यालय से लेकर छात्रावास तक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।स्कूल में शिक्षक की कमी होने के कारण पढ़ाई ठप्प पड़ी है।सितंबर में त्रैमासिक परीक्षा है।स्कूल में सीबीएसई पैटर्न पर छात्र- छात्राओं को पढ़ाई कराई जा रही हैं।शिक्षकों की कमी से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही हैं।बच्चों ने बताया कि स्कूल में अभी तक उनको कॉपी नहीं मिली हैं।इसके साथ ही बच्चों को जो स्कूल की ड्रेस दिए गए हैं,उसकी भी गुणवत्ता खराब हैं।
छात्र-छात्राओं ने बताया कि खाना भी गुणवत्ता विहीन दिया जाता है।उनके खाने में रोटी नही दी जाती हैं।बच्चों ने यह भी आरोप लगाया कि स्कूल में साफ-सफाई वह स्वयं ही करते हैं। बच्चों को 3 वर्ष से छात्रवृत्ति भी नहीं दी गई हैं। स्कूल में पढ़ रहे छात्र-छात्राएं स्कूल के प्राचार्य और छात्रावास की अधीक्षिका से परेशान हैं।जब इसके बारे में एडीएम सरोधन सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 6 जुलाई को शिक्षक की कमी के लिए स्कूल के प्राचार्य ने फाइल बनाकर जनजाति विभाग को दिया था।लेकिन उनकी लापरवाही के कारण फाइल कलेक्टर ऑफिस तक नहीं पहुंची।कलेक्टर के पास शिक्षक भर्ती की फाइल 22 अगस्त को पहुंची।
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