(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) मोहर्रम के मौके पर ताजियों का विसर्जन किया गया। मुस्लिम समुदाय ने शहर के विभिन्न मार्गो से जुलूस निकाला।या अली या हुसैन के नारे लगाते हुए बाबाओं की सवारी भी निकली।काफी संख्या में सभी धर्म के लोग जुलूस में साथ साथ चल रहे थे।सर्व
धर्म की मिशाल ताजिया के जुलूस में देखने को मिली।अखाड़ा में शामिल युवक विभिन्न प्रकार के हैरत अंगेज खेलों का प्रदर्शन कर रहे थे।पुरानी सब्जी मंडी के पास से शुरू हुआ ताजिया का जुलूस स्टेशन चौक होते हुए बस स्टैंड पहुंचा, जहां बस स्टैंड ताजिया कमेटी द्वारा अलाव के कार्यक्रम का एहतराम किया गया था।पारंपरिक हथियारों से लैस अकीदतमंदों ने विभिन्न प्रकार के खेलों का प्रदर्शन विभिन्न मार्गों पर किया। लाठी, डंडा और तलवार के खेलों का प्रदर्शन कर जुलूस की परंपरा का निर्वहन किया।जुलूस की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस की स्काट पार्टी साथ थी।शानदार ताजिये, सवारियां इस्लामी परचम के निशान पाक, अलम मुबारक, अखाड़े मातमी जत्थे, ढोल, पहुंचे।इस दौरान घर और मस्जिदों में इमाम हुसैन के नाम का फातिहा पढ़ा गया।ताजियों का जुलूस शहर का भ्रमण कर करबला पहुंचे, जिसके बाद पारंपरिक रूप से ताजियों का विसर्जन किया गया।इसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के साथ सभी धर्म के लोग शामिल हुए।
धर्म की मिशाल ताजिया के जुलूस में देखने को मिली।अखाड़ा में शामिल युवक विभिन्न प्रकार के हैरत अंगेज खेलों का प्रदर्शन कर रहे थे।पुरानी सब्जी मंडी के पास से शुरू हुआ ताजिया का जुलूस स्टेशन चौक होते हुए बस स्टैंड पहुंचा, जहां बस स्टैंड ताजिया कमेटी द्वारा अलाव के कार्यक्रम का एहतराम किया गया था।पारंपरिक हथियारों से लैस अकीदतमंदों ने विभिन्न प्रकार के खेलों का प्रदर्शन विभिन्न मार्गों पर किया। लाठी, डंडा और तलवार के खेलों का प्रदर्शन कर जुलूस की परंपरा का निर्वहन किया।जुलूस की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस की स्काट पार्टी साथ थी।शानदार ताजिये, सवारियां इस्लामी परचम के निशान पाक, अलम मुबारक, अखाड़े मातमी जत्थे, ढोल, पहुंचे।इस दौरान घर और मस्जिदों में इमाम हुसैन के नाम का फातिहा पढ़ा गया।ताजियों का जुलूस शहर का भ्रमण कर करबला पहुंचे, जिसके बाद पारंपरिक रूप से ताजियों का विसर्जन किया गया।इसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के साथ सभी धर्म के लोग शामिल हुए।


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