(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) बीते तीन वर्षों से वेयर हाउस बिजुरी के गोदाम में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से गरीबों को वितरित किए जाने वाले खाद्यान्न के गुणवत्ता विहीन व निर्धारित मापदंडों के अनुरूप नहीं होने के बावजूद उसे गरीबों की थाली तक पहुंचाने का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
वहीं अब बीते तीन सालों से वेयर हाउस बिजुरी के गोदाम में भंडारित 6025 क्विंटल चावल लगभग 1.81 करोड़ रुपए से अधिक का खराब हो गया है।चावल बिना देखरेख के खराब हो जाने के बाद अब विभाग उसे शासकीय उचित मूल्य की दुकान में भेजने की तैयारी में था।इसके बाद कलेक्टर ने पत्र जारी कर खराब चावल व चावल के स्टॉक की जांच करने के लिए दल गठित कर जांच टीम भेजी थी। जहां शुभ वेयर हाउस में अमानक मिले चावलों के बाद शुभ वेयरहाउस को सील कर दिया गया है।
वहीं अब बीते तीन सालों से वेयर हाउस बिजुरी के गोदाम में भंडारित 6025 क्विंटल चावल लगभग 1.81 करोड़ रुपए से अधिक का खराब हो गया है।चावल बिना देखरेख के खराब हो जाने के बाद अब विभाग उसे शासकीय उचित मूल्य की दुकान में भेजने की तैयारी में था।इसके बाद कलेक्टर ने पत्र जारी कर खराब चावल व चावल के स्टॉक की जांच करने के लिए दल गठित कर जांच टीम भेजी थी। जहां शुभ वेयर हाउस में अमानक मिले चावलों के बाद शुभ वेयरहाउस को सील कर दिया गया है।
सड़ गए 6025
क्विंटल चावल
क्विंटल चावल
बिजुरी स्थित शुभ वेयरहाउस में भंडारित 6025 क्विंटल चावल अमानक (खाने योग्य नहीं) पाया गया है। जांच के लिए पहुंची टीम ने गोदाम को सील कर दिया है। टीम प्रकरण में जांच प्रतिवेदन तैयार कर कलेक्टर को सौंपेगी। इसमें नागरिक आपूर्ति निगम व वेयरहाउस संचालक की सम्मिलित लापरवाही पर जिम्मेदारी तय की जाएगी।
जांच के लिए नायब तहसीलदार बिजुरी आदित्य द्विवेदी के नेतृत्व में तीन सदस्यी जांच दल गोदाम पहुंचा।घंटे भर से अधिक समय तक बोरियों में सील खराब चावलों की सहित अन्य मानकों की जांच पड़ताल कर मौका पंचनामा तैयार किया।साथ ही चावल को अखाद्य बताते हुए गोदाम को सील कर दिया। बताया जाता है कि यहां तीन मिलों से चावल को भंडारित किया गया था।जिसमें गोदाम में चार लॉट में दो लॉट के लगभग 12000 बोरी (लगभग 6025 क्विंटल) चावल खराब हो गए हैं। इनमें वर्ष 2018-19 का 1728.00 क्विंटल और 2019-20 का 4297.00 क्विंटल चावल है।
जांच के लिए नायब तहसीलदार बिजुरी आदित्य द्विवेदी के नेतृत्व में तीन सदस्यी जांच दल गोदाम पहुंचा।घंटे भर से अधिक समय तक बोरियों में सील खराब चावलों की सहित अन्य मानकों की जांच पड़ताल कर मौका पंचनामा तैयार किया।साथ ही चावल को अखाद्य बताते हुए गोदाम को सील कर दिया। बताया जाता है कि यहां तीन मिलों से चावल को भंडारित किया गया था।जिसमें गोदाम में चार लॉट में दो लॉट के लगभग 12000 बोरी (लगभग 6025 क्विंटल) चावल खराब हो गए हैं। इनमें वर्ष 2018-19 का 1728.00 क्विंटल और 2019-20 का 4297.00 क्विंटल चावल है।
समय से नहीं कराया
उठाव सुरक्षा की अनदेखी
उठाव सुरक्षा की अनदेखी
जांच अधिकारी ने बताया कि गोदाम में भंडारित चावल के खराब होने का मुख्य कारण समय से उठाव न होना और सुरक्षा की अनदेखी रही है। इसमें नागरिक आपूर्ति निगम के साथ वेयरहाउस की लापरवाही सामान है। निगम ने समय से उठाव नहीं कराया और ना ही उसके वितरण की व्यवस्था बनाई। जबकि वेयरहाउस प्रबंधक की अनदेखी के कारण पूरा चावल सड़ गया। अगर समय पर चावल को अपग्रेड कर वितरण कराया जाता तो संभव था कि इतनी मात्रा में चावल खराब नहीं होता।कार्रवाई में नायब तहसीलदार के साथ जिला खाद्य आपूर्ति विभाग कोतमा की जेएसओ सीमा सिन्हा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी पैनेन्द्र मेश्राम शामिल रहे। जांच अधिकारियों की टीम ने बताया कि गोदाम में भंडारित किए गए चावल पूरी तरह सड़ गए हैं।चावल काले और कीटयुक्त हैं, जिन्हें खाने योग्य नहीं पाया गया है।
अपनी जिम्मेदारी
से झाड़ रहे पल्ला
से झाड़ रहे पल्ला
जांच अधिकारियों ने बताया कि नान गोदाम में सड़े चावल के मामले में अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहा है। अधिकारियों की दलील है कि गोदाम में भंडारित चावल की देखभाल की जिम्मेदारी उनकी नहीं है।उनका काम गोदाम में चावल भंडारण का होता है।
वहीं वेयरहाउस प्रबंधकों का कहना है कि यहां भंडारित चावल का समय से उठाव नहीं हुआ।जबकि यहां भंडारित चावल के संबंध में पूर्व में ही जिला खाद्य आपूर्ति विभाग और आरएम सतना ने अमानक बताते हुए अपग्रेडेशन के निर्देश दिए थे। गोदाम में भंडारित 6025 क्विंटल चावल लगभग 1.81 करोड़ रुपए से अधिक का खराब हो गया है।
वहीं वेयरहाउस प्रबंधकों का कहना है कि यहां भंडारित चावल का समय से उठाव नहीं हुआ।जबकि यहां भंडारित चावल के संबंध में पूर्व में ही जिला खाद्य आपूर्ति विभाग और आरएम सतना ने अमानक बताते हुए अपग्रेडेशन के निर्देश दिए थे। गोदाम में भंडारित 6025 क्विंटल चावल लगभग 1.81 करोड़ रुपए से अधिक का खराब हो गया है।
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