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पार्षदों द्वारा चुना जाएगा निकाय का अध्यक्ष निष्कासन से घबरा रही भाजपा एवं कांग्रेस पार्टी


(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)

अनूपपुर (अंंचलधारा) स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर भाजपा एवं कांग्रेस पार्टी अपने संविधान के नियमों को अनदेखा करने में परहेज करते देखे जा रहे हैं जिसके कारण आज तक बगावत कर चुनाव लड़ने वाले को किसी भी पार्टी ने निष्कासित नहीं किया।स्थानीय निकाय चुनाव में जमीन से जुड़े कार्यकर्ता चाहे वह भाजपा के हो या कांग्रेस पार्टी के दोनों दलों के जमीनी कार्यकर्ता टिकट नहीं मिलने से डंके की चोट पर निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में डटे हुए हैं और वह अधिकृत प्रत्याशियों को चुनौती दे रहे हैं।उसके बाद भी दोनों ही दलों के द्वारा निर्दलीय प्रत्याशियों के खिलाफ निष्कासन की कार्यवाही चुनाव परिणाम तक इसलिए नहीं की जा रही कि क्या पता यही निर्दलीय अध्यक्ष बनाने की भूमिका में अड़ंगा नहीं बन जाए।देखा जा रहा है कि वास्तव में अधिकांश निर्दलीय उम्मीदवार भाजपा एवं कांग्रेस के चुनाव मैदान में अपने अधिकृत प्रत्याशियों को भारी चुनौती देते हुए नजर आ रहे हैं।लेकिन दोनों ही पार्टी इनके निष्कासन की कार्यवाही से घबरा रहे हैं क्योंकि कल यही अध्यक्ष के चुनाव में बाधक बन गए तो मुश्किल खड़ी हो जाएगी।कुल मिलाकर पार्टी के संविधान को पार्टी के जिम्मेदार ही चुनौती दे रहे हैं।क्योंकि टिकट वितरण ऐसे हाथों में चला गया जिससे दोनों ही दलों में बगावत के स्वर मुखर हो गए जिसको रोकने के लिए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अनूपपुर तक आए एवं सभी भाजपा के बगावत वाले उम्मीदवारों के साथ वह भोजन लेने वाले थे लेकिन एक भी बगावत वाला उम्मीदवार उनके पास नहीं पहुंचा और वह कार्यकर्ता सम्मेलन और बैठक लेकर वापस चले गए।कांग्रेस पार्टी में भी पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष भी शाम-दाम-दंड-भेद लगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं लेकिन उसके बाद भी कांग्रेश के बगावत कर चुनाव लड़ने वाले कोई भी उम्मीदवार अपने अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ बैठने को तैयार नहीं है।पार्टी ने कांग्रेश के कार्यवाहक अध्यक्ष को टिकट वितरण का कार्य सौंप कर पार्टी के अंदर बगावत के स्वर पैदा कर दिए जिसका खामियाना भी पार्टियों को भुगतना होगा।

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