(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) नगर पालिका अनूपपुर के प्रत्याशियों की सूची को लेकर कांग्रेस शुरू से विवादास्पद बनी रही।कांग्रेस ने 21 जून की शाम सूची जारी की उसके बाद विवाद बढ़ता ही चला गया।जिसका परिणाम यह हुआ कि वार्ड नंबर 12 से कांग्रेस की अधिकृत घोषित प्रत्याशी सरस्वती केसरवानी ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया।कांग्रेस की पहली हार नगर पालिका चुनाव में देखने को मिली।टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस की गुटबाजी पहले से दिख रही थी जहां पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष फुन्देलाल सिंह मार्को को टिकट वितरण से अलग कर टिकट वितरण का कार्य उन हाथों में दिया गया था जो विधानसभा चुनाव बुरी तरह से हारे थे। उसके बावजूद भी प्रदेश नेतृत्व ने ऐसे लोगों के हाथों में टिकट वितरण का काम देकर कांग्रेस को कमजोर करने का प्रयास किया।जिसका पहला रिजल्ट नामांकन वापसी के साथ जनता के पटल पर आ गया।सबसे प्रमुख बात यह रही की कांग्रेस नगर पालिका क्षेत्र के 15 वार्ड में एक भी मुस्लिम उम्मीदवार को चुनाव मैदान में नहीं उतारा जबकि भारतीय जनता पार्टी ने दो मुस्लिम उम्मीदवार को नगर पालिका क्षेत्र में अपना प्रत्याशी घोषित किया।कांग्रेस ने अंतिम समय में प्रत्याशियों की सूची घोषित कर नगर पालिका की तस्वीर पूरी तरह से साफ कर दी थी।कांग्रेस ने अधिकांश वार्डों में नए चेहरे को लाकर पुराने चेहरों को मायूस कर दिया।कांग्रेस ने किसी भी वार्ड पर सर्वे नहीं कराया केवल मनमानी तरीके से टिकट वितरण का कार्य कर टिकट वितरण की फॉर्मेलिटी अदा की है।
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