(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) संतुलित, स्वस्थ और सुखमय जीवन के लक्ष्य को समर्पित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर हिंदुस्तान पावर परिसर में योग शिविर का आयोजन किया गया। पतंजलि योगपीठ से प्रशिक्षित योगिनी आचार्या सुधा मालवीय और उनकी सहयोगियों के मार्गदर्शन में आयोजित इस शिविर में परिसरवासियों ने निरोग जीवन के लिए योग की उपयोगिता का संदेश हासिल किया।
परिसर के समवेत भवन में आयोजित इस शिविर में कंपनी के मानव संसाधन एवं प्रशासनिक विभाग के प्रमुख आर.के. खटाना ने योगाचार्य और इनकी सहयोगियों का परिचय कराते हुए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला।आचार्या ने संतुलित जीवन और सर्वांगीण मानसिक-शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग की उपयोगिता को समझाते हुए कहा कि भागमभाग और तनाव के इस दौर में योग हमारे सुखमय जीवन की कुंजी है। इस मौके पर कंपनी के प्लांट हेड एवं सीओओ बसंता कुमार मिश्रा ने योग को भारत की ओर से दुनिया का सबसे बड़ा उपहार बताते हुए इसे स्वास्थ्य का प्रहरी करार दिया।
आचार्या के मार्गदर्शन में शिविर के सहभागियों ने शरीर के विभिन्न अंगों को लाभ पहुंचाने वाले आसनों, मुद्राओं, भंगिमाओं का गहन अभ्यास किया। परिसरवासियों ने सूर्य नमस्कार, भस्त्रिका, भ्रामरी,कपालभाति, भुजंगासन, अनुलोम-विलोम आदि जैसे उपयोगी आसनों और मुद्राओं का अभ्यास कर इस शिविर से निरोग जीवन का संदेश प्राप्त किया। आचार्या ने विभिन्न रोगों के इलाज में अलग-अलग आसनों और मुद्राओं की उपयोगिता पर रोशनी डालते हुए परामर्श भी प्रदान किया।
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अनुमोदित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को पूरे उत्साह के साथ पूरी दुनिया में मनाया जाता है। 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में पेश इस भारतीय प्रस्ताव को सर्वाधिक अनुमोदन प्राप्त करने का श्रेय जाता है।
परिसर के समवेत भवन में आयोजित इस शिविर में कंपनी के मानव संसाधन एवं प्रशासनिक विभाग के प्रमुख आर.के. खटाना ने योगाचार्य और इनकी सहयोगियों का परिचय कराते हुए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला।आचार्या ने संतुलित जीवन और सर्वांगीण मानसिक-शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग की उपयोगिता को समझाते हुए कहा कि भागमभाग और तनाव के इस दौर में योग हमारे सुखमय जीवन की कुंजी है। इस मौके पर कंपनी के प्लांट हेड एवं सीओओ बसंता कुमार मिश्रा ने योग को भारत की ओर से दुनिया का सबसे बड़ा उपहार बताते हुए इसे स्वास्थ्य का प्रहरी करार दिया।
आचार्या के मार्गदर्शन में शिविर के सहभागियों ने शरीर के विभिन्न अंगों को लाभ पहुंचाने वाले आसनों, मुद्राओं, भंगिमाओं का गहन अभ्यास किया। परिसरवासियों ने सूर्य नमस्कार, भस्त्रिका, भ्रामरी,कपालभाति, भुजंगासन, अनुलोम-विलोम आदि जैसे उपयोगी आसनों और मुद्राओं का अभ्यास कर इस शिविर से निरोग जीवन का संदेश प्राप्त किया। आचार्या ने विभिन्न रोगों के इलाज में अलग-अलग आसनों और मुद्राओं की उपयोगिता पर रोशनी डालते हुए परामर्श भी प्रदान किया।
संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अनुमोदित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून को पूरे उत्साह के साथ पूरी दुनिया में मनाया जाता है। 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र में पेश इस भारतीय प्रस्ताव को सर्वाधिक अनुमोदन प्राप्त करने का श्रेय जाता है।
0 Comments