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खेल मानसिक और शारीरिक विकास के लिए खेला जाए जीत हार के लिए नहीं-श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी

 

कोरोना काल के 
बाद हुआ खेलकूद का आयोजन
(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय अमरकंटक में शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक सदस्यों के बीच क्रीड़ा और खेलकूद प्रतियोगिताओं का शुभारंभ हो गया है। ध्यातव्य है कि कोरोना महामारी के कारण 2 वर्ष पश्चात इस तरह का कोई बड़ा आयोजन विश्वविद्यालय में हो रहा है। इस अवसर पर कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति माननीय प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी द्वारा अपने उद्बोधन में कहा गया कि 'खेल, जीत और हार के लिए नहीं खेला जाना चाहिए बल्कि खेल हमारे मानसिक और शारीरिक विकास के लिए खेला जाना चाहिए। मेरा मानना है, कि महान वह व्यक्ति नहीं है जो नदी किनारे खड़ा होता है बल्कि महान वह है जो पूरे मनोयोग से नदी में तैराकी के लिए उतरता है, ठीक उसी तरह खेल-कूद में भाग लेने वाला देखने वाले से ज्यादा महान है। विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय परिवार के द्वारा यह खेलकूद तब और भी आवश्यक हो जाता है जबकि कोरोना महामारी से हम सब प्रभावित हुए हैं। कोरोना के बाद की गतिविधियों में खेलकूद ही हमें एक दूसरे के पास ला सकता है। यह खेलकूद पूरी तरह से शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए आयोजित किया गया जिसका सीधा संबंध छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय से जोड़ना है। मानव जीवन मे तीन शब्द महत्वपूर्ण होते हैं, उमंग, उत्साह और उल्लास यह तीनों शब्द आज इस विश्वविद्यालय के खेल प्रांगण में देखने को मिले। कार्यक्रम में अपने ओजस्वी विचार रखते हुए श्री शील मण्डल की अध्यक्ष श्रीमती शीला त्रिपाठी ने सभी प्रतिभागियों को बधाई देते हुए कहा कि 'विश्वविद्यालय में शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारियों के बीच खेल-कूद के आयोजन से विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा की स्वस्थ परम्परा की नीव पड़ेगी'। कार्यक्रम के उदघाटन सत्र में खेल मंडल के उपाध्यक्ष प्रो. अजय बाघ द्वारा खेलकूद की रूपरेखा रखी गई साथ में खेल मंडल के सभी सदस्यों की सराहना करते हुए उन्होंने बताया कि 'कोविड-19 के बाद सामान्य होती परिस्थितियों में विश्वविद्यालय छात्र-छात्राओं की मानसिक दशा को सुदृढ़ करने और उनके डर को दूर करने के लिए इस तरह का आयोजन करने जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन डॉ. ऋषि पालीवाल एवं डॉ. वासु चौधरी द्वारा किया गया। पहले दिन मिनी मैराथन दौड़ में तीन श्रेणियों में पुरुषों की दौड़ का आयोजन किया गया प्रथम दौड़ शैक्षणिक वर्ग से थी जिसमें डॉ. श्याम सुंदर पाल प्रथम आये, दूसरी गैर शैक्षणिक वर्ग की थी जिसमें विशन सर्वेश प्रथम रहे और तृतीय सुरक्षाकर्मि वर्ग से थी जिसमें देवीदीन कोल प्रथम रहे वहीं दूसरी ओर महिला मैराथन के लिए एक ही श्रेणी रखी गई जिसमें डॉ. स्नेहा सिंह मुंडा प्रथम, डॉ. प्रियंका सिंह द्वितीय एवं डॉ. अनुश्री श्रीनिवासन तृतीय स्थान पर रहीं

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