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मध्यप्रदेश के बीड़ मे विचरण कर दो दन्तैल हाथी वापस पहुंच गए छत्तीसगढ़ के जंगल में मिली राहत

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)

अनूपपुर (अंंचलधारा) जिले के वन परीक्षेत्र जैतहरी अंतर्गत गढ़ियाटोला बीट में मंगलवार की सुबह छग.राज्य के मरवाही वन परीक्षेत्र से दो दन्तैल हाथी ने पूरा दिन गढ़ियाटोला प्लांटेशन में पूरा दिन व्यतीत करने वाद देर शाम पड़ोस के गांव बीड के बंधवा टोला में जंगल के किनारे बसे तीन ग्रामीण कृषकों के बाड़ी में लगी फसलों को नुकसान पहुचाते केलो के पेड़ों को अपना आहार बनाया।वही एक किसान के घर की कच्ची दीवार तथा छानी को तोड़कर घर के अंदर रखा गेहूं को बाहर निकाल कर खाया।इस दौरान हाथियों से सतर्कता बरतने के लिए वन विभाग,पुलिस विभाग एवं राजस्व विभाग की टीमों द्वारा हाथी विचरण क्षेत्र के चारों ओर लगे गांव तथा मोहल्लों में लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह देते हुए मुनादी भी कराई।देर शाम गढ़ियाटोला प्लांटेशन से लगे बीड गांव के बंधवाटोला में एक परिवार के तीन सदस्य जो जंगल में खेत मे कच्चा मकान बनाकर रह रहे थे को हाथियों के विचरण दौरान वन विभाग की टीम द्वारा उन्हें सुरक्षित घर से निकाल कर गांव में लाया गया जिससे किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं हो सकी।सुबह होने पर हाथियों का समूह भेलमा गांव से होता हुआ छग. के मरवाही  वन परिक्षेत्र अंतर्गत घुसरिया बीट के कक्ष क्र.2048 चरचेरी प्लांटेशन में बुधवार की सुबह से आराम कर रहा है।दो वर्ष बाद छग.की सीमा से आए दो दंन्तैल हाथियों की सूचना पर वन मंडल अधिकारी अनूपपुर डॉक्टर ए.ए. अंसारी द्वारा कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक अनूपपुर को स्थिति की जानकारी देते हुए उप वन मंडल अधिकारी अनूपपुर के.वी. सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।जिसमें वन परीक्षेत्र अधिकारी जैतहरी अश्वनी कुमार सोनी,परिक्षेत्र सहायक वेंकटनगर राम सुरेश शर्मा,परिक्षेत्र सहायक जैतहरी आर. एस. सिकरवार, परिक्षेत्र सहायक गोरसी शिवचरण पुरी के साथ विभिन्न बीटो में पदस्थ वनरक्षकों सुरक्षा श्रमिकों को को निगरानी के लिए लगाया गया।इस दौरान तहसीलदार जैतहरी ने भी मौके का निरीक्षण किया तथा चौकी प्रभारी बेकंटनगर आर.के. शुक्ला पूरे समय पुलिस दल के साथ हाथियों के विचरण क्षेत्र में आम जनों के प्रवेश को रोकने तथा आम लोगों पर निगरानी बनाए रखें।मंगलवार की देर शाम से देर रात तक प्लांटेशन से निकलने बाद दोनो दन्तैल हाथी बीड के बंधवाटोला निवासी मूरत सिंह गोड,पुरुषोत्तम केवट एवं राजू केवट के बाड़ी में लगे फसलों तथा केला के पेड़ों को अपना आहार बनाया।वही राजू केवट के कच्चे मकान की दीवार तथा छानी को तोड़ते हुए घर के अंदर रखें गेहूं तथा अन्य तरह के अनाज को बाहर निकाल कर अपना आहार बनाया।जिसके बाद बुधवार की सुबह दोनों दन्तैल हाथी भेलमा गांव के इलाके को पार करते हुए छग.राज्य के मरवाही वन परीक्षेत्र अंतर्गत धुसरिया बीट के चरचेरी र्प्लांटेशन की ओर चले गए जिसकी पुष्टि वन विभाग के अधिकारियों द्वारा की गई है।

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