Anchadhara

अंचलधारा
!(खबरें छुपाता नही, छापता है)!

आईजीएनटीयू में एक दिवसीय वेबीनार का आयोजन कल

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)

अनूपपुर (अंंचलधारा) इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक के प्रो. राम दयाल मुंडा केंद्रीय पुस्तकालय में 4 जनवरी 2022 को ग्रामरली का उपयोग करके अकादमिक सुधार पर एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन होने जा रहा है, जिस कार्यक्रम के लिए 100 से अधिक उपयोगकर्ताओं (संकाय और शोध विद्वानों) को पंजीकृत किया गया है। यह कार्यक्रम प्रो. प्रकाश मणि त्रिपाठी, माननीय कुलपति, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक के मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है। इसके समन्वयक डॉ शंकर रेड्डी कोल्ले, पुस्तकालय प्रभारी होंगे।
ग्रामरली एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता-संचालित अनुप्रयोग है जो लोगों को अधिक प्रभावी ढंग से संवाद करने में मदद करता है। अपने संदेशों, दस्तावेज़ों और सोशल मीडिया पोस्ट को स्पष्ट, त्रुटिरहित और प्रभावशाली बनाने के लिए लाखों उपयोगकर्ता प्रतिदिन व्याकरण पर भरोसा करते हैं।
 ग्रामरली की परिष्कृत कृत्रिम बुद्धिमत्ता-संचालित न केवल लेखक की व्याकरण संबंधी गलतियों को सुधारती है बल्कि उसके लेखन को और अधिक समझने योग्य बनाती है और लेखक को अपने दर्शकों और लक्ष्यों के आधार पर सही प्रभाव डालने में मदद करती है। इसके अलावा, ग्रामरली लेखक के पत्राचार के स्वर की जांच कर सकता है, यह लेख को अधिक पठनीय और सटीक बनाने के लिए समानार्थक सुझाव प्रदान कर सकता है और यहां तक ​​कि साहित्यिक चोरी के लिए यह दस्तावेज़ों की जांच भी कर सकता है। ग्रामरली का उपयोग ऑनलाइन संपादक के रूप में, डेस्कटॉप शॉर्टकट के रूप में, ब्राउज़र एक्सटेंशन के रूप में और बहुत कुछ के रूप में किया जा सकता है।
यह वेबिनार वैश्विक मानकों के अनुसार शिक्षकों, शोधार्थियों को उनके अकादमिक लेखन में मदद करेगा।

Post a Comment

0 Comments