Anchadhara

अंचलधारा
!(खबरें छुपाता नही, छापता है)!

ज्वालेश्वर धाम अमरकंटक में विवादित फ्लेक्स से लोगों में नाराजगी

 


भाजपा नेता मनोज द्विवेदी ने 
जिला प्रशासन से की कार्यवाही की मांग
(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) मध्यप्रदेश की पवित्र नगरी अमरकंटक में जोहिला की उद्गम स्थली ज्वालेश्वर धाम मे गलत और कुटिलता युक्त फ्लेक्स लगाने से विवाद बढने की प्रबल आशंका है। श्रद्धालुओं द्वारा जिले के वरिष्ठ पत्रकारों की जानकारी में यह तथ्य लाया गया है कि किसी महंत द्वारा मध्यप्रदेश की सीमा मे स्थित ज्वालेश्वर धाम में एक फ्लैक्स लगा कर इसे छत्तीसगढ़ में होना दर्शाया गया है। यह मध्यप्रदेश की संपदा, एक धार्मिक, ऐतिहासिक,पर्यटन स्थल पर कब्जे की कुटिल साजिश का हिस्सा माना जा रहा है। वरिष्ठ भाजपा नेता मनोज द्विवेदी ने जिला प्रशासन और पुलिस की जानकारी में इस तथ्य को लाकर तत्काल कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गयी है।
श्री जालेश्वरधाम अमरकंटक मंदिर के द्वार मे लगे फ्लैक्स मे स्थान के जगह पर गौरेला,जिला गौरेला,पेण्ड्रा,मरवाही,छग लेख किया गया है। लोगों का कहना है कि अगर स़ंचालक महन्त का पता है तो फ्लैक्स मे नीचे एक लाइन स्थान अमरकंटक जिला अनूपपुर म.प्र.लिखाना उचित होगा।यह धाम म. प्र. के सीमा मे है। भाजपा नेता मनोज द्विवेदी ने कहा है कि मेरी जानकारी में यह विषय लाया गया है। वैमनस्यता और विवाद ना बढे इसलिये इस फ्लैक्स को मौके से अलग करवाना प्रशासन का दायित्व है। कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ,पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल , एसडीएम अभिषेक चौधरी से मैने कार्यवाही की मांग की है। आशंका है कि यह म. प्र. के सीमा मे अतिक्रमण करने की छग के महंतजी के माध्यम से छग प्रशासन की यह कुटिल चाल है। छग प्रशासन बटवारे के समय अमरकंटक को अपने सीमा मे लेने मे सफल नहीं हो पाया था।जालेश्वर धाम मे भी सफलता नहीं मिली थी।इसलिये ऐसे किसी विवादित कार्य से साजिश की बू आ रही है। जिला प्रशासन से इस मामले में त्वरित कार्यवाही अपेक्षित है।

जिला पुरातत्व समिति सदस्य 
अनूपपुर शशिधर अग्रवाल ने 
भी कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

अनूपपुर जिले के पवित्र नगरी अमरकंटक के समीप स्थित जालेश्वर धाम जहां से जोहिला नदी का उद्गम स्थल है यह स्थल हजारों वर्षों से अमरकंटक तथा मध्यप्रदेश की सीमा में स्थित है  जिसे छत्तीसगढ़ राज्य के तथाकथित बाबाओं द्वारा छत्तीसगढ़ में शामिल करने के प्रयास को लेकर हरदम विवाद की स्थिति उत्पन्न करते हैं।पूर्व में भी इस स्थल को लेकर मध्यप्रदेश तथा छत्तीसगढ़ राज्य के बीच प्रशासनिक के साथ-साथ न्यायालय कार्यवाही की गई रही जिसने यह स्थल मध्यप्रदेश के पूर्व के शहडोल जिला तथा वर्तमान के अनूपपुर जिले के अमरकंटक के अंतर्गत आता है।इस स्थल पर रह रहे बाबाओं द्वारा मंदिर के मुख्य गेट पर अमरकंटक जिला अनूपपुर के स्थान पर तंबाडबरा जलेश्वर गौरेला,जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही छ.ग. लेख कर फ्लेक्स टांगा गया है जिस पर अनूपपुर जिले के वासियों द्वारा आपत्ति की गई है।इस संबंध में जिला मुख्यालय अनूपपुर के सामाजिक कार्यकर्ता एवं जिला पुरातत्व समिति अनूपपुर के सदस्य शशिधर अग्रवाल ने कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला पुरातत्व एवं पर्यटन समिति अनूपपुर को पत्र सौंपकर स्थल का परीक्षण कर फ्लेक्स को हटवाए जाने तथा अनूपपुर जिले का फ्लेक्स लगाए जाने की मांग रखी है।

Post a Comment

0 Comments