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व्याकरण के साथ अकादमिक लेखन और अनुसंधान आउटपुट में सुधार पर एक दिवसीय वेबिनार कल

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)  

अनूपपुर (अंचलधारा) इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक के प्रो. राम दयाल मुंडा केंद्रीय पुस्तकालय द्वारा 21 अगस्त 2021 को "व्याकरण के साथ अकादमिक लेखन और अनुसंधान आउटपुट में सुधार" विषय पर एक दिवसीय वेबिनार का आयोजन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक के कुलपति माननीय प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी जी के मार्गदर्शन में आयोजित किया जा रहा है।जिसमे मुख्य अतिथि विश्विद्यालय के कुलपति माननीय प्रो. श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी जी, वक्ता श्री रतीश अय्यर (लेखक, प्रशिक्षक एवं कोच) कार्यक्रम संयोजक डॉ. एस. आर. कोले तथा सहसंयोजक मोहित गर्ग होंगे।
व्याकरण के साथ अकादमिक लेखन एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता संचालित एप्लिकेशन है, जो लोगों को अधिक प्रभावी ढंग से संवाद करने में मदद करता है। अपने संदेशों, दस्तावेज़ों और सोशल मीडिया पोस्ट को स्पष्ट, त्रुटिरहित और प्रभावशाली बनाने के लिए लाखों उपयोगकर्ता प्रतिदिन व्याकरण पर भरोसा करते हैं।
व्याकरण की परिष्कृत एप्लिकेशन न केवल आपकी व्याकरण संबंधी गलतियों को सुधारती है बल्कि आपके लेखन को और अधिक समझने योग्य बनाती है और आपको अपने दर्शकों और लक्ष्यों के आधार पर पाठक पर सही प्रभाव डालने में मदद करती है। इसके अलावा, अच्छी व्याकरण आपके पत्राचार के स्वर की जांच करने में सक्षम है। यह आपके पाठ को अधिक पठनीय और सटीक बनाने के लिए समानार्थक सुझाव भी प्रदान करता है और यहां तक ​​कि साहित्यिक चोरी के लिए दस्तावेज़ों की जांच भी करता है। यह एप्लिकेशन व्याकरण का उपयोग ऑनलाइन संपादक के रूप में, डेस्कटॉप शॉर्टकट के रूप में, ब्राउज़र एक्सटेंशन के रूप में और बहुत कुछ के रूप में किया जा सकता है।
यह वेबिनार फैकल्टी के साथ-साथ शोध छात्रों को वैश्विक मानक के अनुसार उनके अकादमिक लेखन में मदद करेगा।

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