(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) जिले की प्रभारी मंत्री एवं जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह ने जिला योजना समिति की बैठक में एमपीआरडीसी के अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए क्षति ग्रस्त किरर घाट को शीघ्र सही करवाने के निर्देश दिये हैं। 12 जुलाई , सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति तथा उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ.मोहन यादव, सांसद हिमाद्री सिंह, कलेक्टर सोनिया मीना, पुलिस अधीक्षक मांगीलाल सोलंकी, विधायक पुष्पराजगढ़ फुन्देलाल सिंह मार्को, विधायक कोतमा सुनील सराफ, जिला पंचायत अध्यक्ष रूपमती सिंह,समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में आयोजित जिला योजना समिति की बैठक में पुष्पराजगढ के पूर्व विधायक एवं जिला पंचायत सदस्य सुदामा सिंह सिंग्राम ने अनूपपुर-अमरकंटक मार्ग में स्थित किरर घाट के धंसकने की घटना पर समिति का ध्यानाकर्षण करते हुए कहा गया कि यदि एक वर्ष पूर्व ही घाट मरम्मत का कार्य समय रहते कर लिया जाता तो आज महीनों के लिये यह मार्ग बंद नहीं करना पडता। उन्होंने नाराजगी व्यक्त की कि सावन के महीने में लाखों श्रद्धालु इस मार्ग से अमरकंटक नर्मदा दर्शन के लिये जाते हैं। घाट की मरम्मत ना होने से वह ढह गया और मार्ग बन्द कर दिया गया। इसमें एमपीआरडीसी की गंभीर लापरवाही है।
प्रभारी मंत्री ने किरर घाट के क्षति ग्रस्त होने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एमपीआरडीसी के अधिकारियों को तलब किया गया। किसी अधिकारी ने उन्हे बतलाया कि बैठक में उन्हे नहीं बुलाया गया। इस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी बैठकों में सभी विभागों के अधिकारियों को जरुर बुलाना चाहिये। उन्होने किरर घाटी में क्षतिग्रस्त मार्ग का मरम्मत कार्य जल्द शुरु कराने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि भाजपा नेता मनोज द्विवेदी ने प्रभारी मंत्री मीना सिंह को पत्र सौंप कर किरर घाट हादसे में एमपीआरडीसी की लापरवाही की शिकायत करते हुए जांच कार्यवाही की मांग की थी। जिस तरह से जिले में इस मामले में नाराजगी व्याप्त है ,आसार है कि विभाग के कुछ अधिकारियों पर कार्यवाही की गाज गिर सकती है।
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