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नवजात बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति की सघन निगरानी के कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने दिए अमले को सख्त निर्देश

 

(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)

अनूपपुर (अंचलधारा) कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने 3 माह से कम उम्र के नवजात बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति पर कड़ी नज़र रखने एवं आवश्यकतानुसार त्वरित रूप से स्वास्थ्य सुविधाएँ मुहैया कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। श्री ठाकुर ने स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ महिला बाल विकास विभाग के अमले को सभी नवजात बच्चों का सर्वे करने के लिए निर्देशित किया है। महिला बाल विकास विभाग के अमले द्वारा उक्त जानकारी स्वास्थ्य विभाग को साझा की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग सर्वे की दैनिक प्रगति साझा करेंगे।
                    सर्वे के दौरान नवजात बच्चों का वजन, साँस लेने में तकलीफ़ एवं अन्य बच्चों से सम्बंधित समस्याओं की जाँच की जाएगी। इस दौरान कलेक्टर श्री ठाकुर के द्वारा डायल 108 सेवा की उपलब्धता सुचारु रूप से बनाए रखने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कहा सेवा प्रदाय में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तुरंत साझा किया जाय ताकि समय से उनका निदान किया जा सके। इस दौरान आपके द्वारा एसएनसीयू एवं पीआईसीयू में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की भी समीक्षा की गयी। उल्लेखनीय है कि 3 माह से कम आयु वर्ग के ज़िले में लगभग 19 हज़ार नवजात बच्चे हैं, जिनका स्वास्थ्य सर्वे 10 दिसंबर तक पूर्ण किया जाना है एवं नियमित रूप से निगरानी की जानी है।

राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान
17 से 19 जनवरी 2020 तक

ज़िला टीकाकरण अधिकारी डॉ एसबी चौधरी ने जानकारी दी है कि भारत शासन के निर्देशानुसार वर्ष 2021 में राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान का चरण 17 से 19 जनवरी 2021 तक प्रदेश के समस्त जिलों में आयोजित किया जाएगा। जिसके तहत 5 साल तक के सभी बच्चों को सूचीबद्ध कर "दो बूंद जिन्दगी की” खुराक दी जायेगी।
     राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान हेतु सूक्ष्म कार्ययोजना निर्माण, प्रशिक्षण, अन्तर्विभागीय समन्वय, जिला टास्क फोर्स बैठकें, वृहद प्रचार-प्रसार, प्रिन्टिग, कोल्ड चेन प्लान, फ़्रीज़िंग प्लान एवं अभियान हेतु अन्य गतिविधियों के सफल संचालन हेतु आवश्यक कार्यवाहियाँ प्रगतिरत है। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने अभियान के सफल क्रियान्वयन हेतु सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को दायित्वों के समय अनुसार निर्वहन के निर्देश दिए हैं। साथ ही उक्त आयु वर्ग के बच्चों के पालकों/ अभिभावकों से अपील की है कि अभियान का लाभ लेते हुए अपने नौनिहालों को "दो बूँद ज़िंदगी की" खुराक अवश्य दिलवाएँ।

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