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मिशन 100 पूरा कर जीवेंद्र सिंह ने टटोली जनता की नब्ज जनता की पटल पर प्रस्तुत किया अपना शोध


 (हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) अनूपपुर विधानसभा उपचुनावों को दृष्टिगत रखते हुए क्षेत्र के युवा, छात्र, बुद्धजीवी, समाजिक मानव अधिकार कार्यकर्ता, कृषक, अधिवक्ता, व्यापारी, पेंशनर, यूनियन लीडर, कलाकार, खिलाड़ियों, पत्रकार एवं राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि नेताओं के साथ-साथ सभी धर्म जाति एवं वर्ग के महानुभावों से नगर के जागरूक नागरिक जीवेंद्र सिंह ने 9 जुलाई 2020 को मिशन 100 के नाम से अपने अभियान का श्रीगणेश नगर के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम नारायण शर्मा से प्रारंभ किया था। निरंतर 37 दिनों तक घर-घर जाकर बातचीत मुलाकात किया जिसे मिशन 100 का नाम दिया।इस बातचीत के दौरान उन्होंने जो महसूस किया उसे 14 अगस्त 2020 को अभियान पूर्ण करने के बाद शोध किया निष्कर्ष निकाला और अपने निष्कर्ष को नगर के वरिष्ठ अधिवक्ता वासुदेव चटर्जी को सौंपा और उसे पत्रकारों के माध्यम से जनता के पटल पर रखा।उन्होंने बताया कि अनूपपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता मुद्दों पर जाना चाहती है और स्थानीय मुद्दों को लेकर बहुत संवेदनशील है।जनतंत्र में जनमत ही राजनीति की दिशा और दशा तय करता है। कोरोना संक्रमण काल में हो रहे उपचुनाव में बिजली बिल की अनियमितता एवं बढोत्तरी शहर से होकर गुजर रहे राखाड़ के कैप्सूल वाहन जनता के लिए सरदर्द बनें हुए हैं। जनता बाय पास मार्ग चाहती है। विभागीय मनमानी चरम पर है, इससे जनता छुटकारा चाहती हैं। साथ ही जिला स्तरीय

नवीन बस स्टैण्ड, नवीन सब्जी मंडी, नवीन मीट मार्केट, 500 बिस्तर अस्पताल, डॉक्टरों की पूर्ति, केन्द्रीय विद्यालय का
नवीन भवन एवं स्टाफ की पूर्ति एवं ब्रिज सुसज्जित दंगसे देखना चाहती है।कोविड-19 ने ग्रामीण और शहरी रोजगार को बहुत प्रभावित किया है। जनता में अनिश्चितता का माहौल
बना हुआ है, रोजगार के प्रति चिंता है, बाजार ठप्प है, किसानों को फसल का सही दाम नहीं मिल पा रहा है बस ट्रेन बंद है
मेडिकल सुविधा नाम मात्र की है। शासकीस सुविधाएँ न के बराबर है।उपचुनाव अनूपपुर में क्यों हो रहा है इसका संतोषजनक जवाब जनता जानना चाहती है। भारत के लोकतंत्र में शुरू किए गए नए जोड-तोड खरीद-फरोख्त की राजनीतिक परिपाटी के प्रति प्रबुद्धाजन चिंतित हैं। संवेदनशीलता के प्रति पहचान रखने वाला अनूपपुर आगामी उपचुनाव में नैतिक मूल्यों और लोकतंत्र की पवित्रता को बनाये रखना प्रमुख मुद्दा होगा ।आम जन कोराना काल में सरकार गिराने बनाने और उपचुनावों को लेकर आवाक है। जिससे कि पूरे क्षेत्र में सन्नाटा की स्थिति निर्मित है। निश्चित रूप से तय है जो कि चुनाव का एक पक्ष आम जनता है जो कि धीरे-धीरे मुखर हो रही है और विपक्ष से एक योग्य और सशक्त उम्मीदवार की आशा रखती है। सत्ता पक्ष को जनता के इन दलों के सवालो का सामना करना पड़ेगा। बड़े-बड़े झंडा, बैनर, फ्लैक्सी इन सवालों का जवाब तो कतई भी नहीं है।दुष्यंत कुमार "पुराने पड़ गये डर फेंक दो तुम भी ये कचरा आज बाहर फेंक दो तुम भी।"

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