अनुपपुर। (अंचलधारा) कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति है। सभी लोग घरों में कैद हो गए हैं। स्टूडेंट्स से लेकर प्रोफेशनल्स
तक घर में बैठने को मजबूर हैं। ऐसे में कंपनियों कई तरह के ऑफर दे रही हैं। इन ऑफर के तहत कंपनियां इच्छुक लोगों को अपनी शिक्षा और काबिलियत बढ़ाने का मौका भी दे रही हैं। इसी कड़ी में तुलसी महाविद्यालय के लैब टेक्नीशियन संतोष कुमार सिंह जो कि महाविद्यालय में प्रवेश से लेकर परीक्षा तक महत्वपूर्ण आईटी से संबंधित समस्त कार्यों की जिम्मेदारी इन पर हैं इन्होंने कोविड -19 जागरूकता कार्यक्रमों में कई सवालों के जबाब दे कर कई संस्थानों से सर्टिफिकेट हासिल किए हैं इनकी सफलता पर समूचे अनूपपुर जिले के लोगो ने बधाई प्रेषित की है । ज्ञात हो कि शीर्ष सर्च इंजन के नाम से मसहूर गूगल ने भी 15 दिन डिजिटल सार्टिफिकेशन प्रोग्राम की घोषणा की है। ये प्रोग्राम पूरी तरह से फ्री है और यह गूगल डॉक्यूमेंट प्लेटफॉर्म पर है।इसे प्रोग्राम को खास तौर से कॉलेज के छात्रों और कामकाजी लोगों को ध्यान में रखकर बनाया गया है।इस संबंध में जारी बयान में कहा गया कि यह प्रोग्राम गूगल प्लेटफॉर्म पर मौजूद रहेगा। इस प्रोग्राम को पूरा करने के बाद ऑनलाइन डिजिटल असेसमेंट (मूल्यांकन) होगा और फिर सार्टिफिकेट दिया जाएगा। इस 15 दिनी डिजिटल सार्टिफिकेशन प्रोग्राम में कई प्रश्न शामिल किए गए हैं जिससे सीखने वालों को अपनी स्ट्रेन्थ और वीकनेस की पहचान करने में मदद मिलेगी। Career Edge प्रोग्राम करियर के लिए काफी उपयोगी है। इस प्रोग्राम को कहीं भी, कभी भी, किसी भी डिवाइस, मोबाइल फोन, लैपटॉप, डेस्कटॉप और टैबलेट पर एक्सेस किया जा सकेगा। ऐसे में ये काफी आसानी से उपयोग में लाया जा सकता है। मध्य प्रदेश के कई महाविद्यालय जैसे सरोजनी नायडू महाविद्यालय भोपाल, विवेकानंद महाविद्यालय रायसेन, शासकीय महाविद्यालय जैतवारा, शासकीय महाविद्यालय सुजालपुर, शासकीय कन्या महाविद्यालय सतना, शासकीय महाविद्यालय बुरहानपुर ,आदि महाविद्यालय के प्राचायो ने सराहनीय प्रयास करते हुए अपनी संस्थाओं में कोविद 19 पर अवेर्नेस के लिए प्रोग्राम चलाया है जो इसमें सफलता के साथ जबाब देते है उन्हे ई सर्टिफिकेट जारी किया जाता हैं।
दरअसल कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन घोषित किया गया है। लॉकडाउन अवधि एक वर्चुअल लर्निंग प्लेटफॉर्म है। इसके जरिए कंपनी ने दुनिया भर के सभी शैक्षणिक संस्थानों को फ्री में शिक्षा दी। बता दें कि इस वर्चुअल लर्निंग प्लेटफॉर्म के जरिए शिक्षक और छात्र सुरक्षित वर्चुअल वातावरण में जुड़ सकते हैं। इसके जरिए शिक्षक अपनी क्लास से इंटरैक्टिव डिजिटल ग्लास रूम में अपना लेसन ट्रांसफर कर सकते हैं।
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