(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा)
मैकल पर्वत में विभिन्न प्रकार के जानवर मिलते थे 1980 के पहले शाम को 6-7 बजे के बाद
अमरकंटक के रास्ते में आना जाना मुश्किल का काम था रास्ते में शेर आ जाते थे। लेकिन
अब सिकटा भी नहीं मिलता। वन विभाग द्वारा आयोजित बहुत ही महत्वपूर्ण कार्यक्रम आप सब
लोगों को यह अनुभूति कराने के लिए रखा गया है। उक्त आशय के विचार विधायक बिसाहूलाल
सिंह ने मुख्य अतिथि की हैसियत से रखें। उन्होंने कहा कि आज हम लोग जंगलों को नष्ट
कर रहे हैं जानवरों को मार रहे हैं धीरे धीरे जंगल और जंगली जानवर खत्म हो रहे हैं।
लगातार पर्यावरण खराब हो रहा है इन्हें कैसे बचाना है यह अनुभूति आप सबको कराने के
लिए अनुभूति एवं जागरूकता शिविर का आयोजन मध्यप्रदेश इको पर्यटन विकास बोर्ड भोपाल
के सौजन्य से मध्यप्रदेश शासन वन विभाग शालेस विद्यार्थियों को वन, वन्य प्राणी संबंधित
अनुभूति एवं जागरूकता के लिए शिविर
आयोजित किया गया है। उन्होंने कहा कि वन्य प्राणी
भालू, लकड़बग्घा, तमाम जानवर पहले नजर आते थे आज तो सिकटा भी नजर नहीं आता। आज से
10 वर्ष पहले जंगलों में काफी जानवर देखे जाते थे लेकिन अब जंगली जानवर भी नष्ट हो
रहे हैं। पहले कर्नाटक में सबसे अधिक शेर होते थे लेकिन इस वर्ष मध्य प्रदेश में सबसे
ज्यादा शेर है। हम सबका दायित्व है कि पेड़ पौधों को काटने से रोकें। उन्होंने कहा कि
जंगलों को बचाना होगा इसकी अनुभूति के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है बच्चे बच्चियों
की जिम्मेदारी है कि वह गांव वालों को जागरूक करें और जंगलों को काटने से बचाए। जंगली
जानवरों को नष्ट होने से बचाएं। पर्यावरण भी प्रदूषित ना हो इसका भी ध्यान रखें। पर्यटन विभाग भी
चाहता है वह भी लगातार काम कर रहा है। जहां भी बांध है वहां वह बढ़िया स्पॉट बना रहा
है। उन्होंने कहा कि अमरकंटक में भृगु मुनि एवं कपिल मुनि ने भी तपस्या की थी। बहुत
ही प्राचीन स्थान है। स्कंद पुराण में भी लिखा है कि जब महाप्रलय होता है तो पूरी सृष्टि
नष्ट हो जाती है लेकिन अमरकंटक में जहां नर्मदा कुंड है वहां कुछ भी नष्ट नहीं होता।
25-50 वर्ष पूर्व बहुत जानवर घूमते थे मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार ने वचन पत्र
जारी किया था वचन पत्र में फारेस्ट के लिए कहा था जो आदिवासी
भाई बहन रहते हैं वर्षों
से काबिज हैं अब 2005 कर दिया गया जिस जमीन पर का काबिज माननीय कमलनाथ की सरकार ने कहा है कि रेवेन्यू,
फॉरेस्ट, ट्राईबल से सर्वे कराकर उनको पट्टा देंगे। अवैध कब्जा हटाया जाएगा। जंगलों
के बीच में गांव बसे हैं 100-200 परिवार के लोग रहते हैं गली बनी है वहां स्कूल भवन
नहीं बन पा रहा, हैंडपंप नहीं लग पा रहा, बिजली, सड़क नहीं पहुंच रही। ऐसे गांवों को चिन्हित कर उनके लिए फॉरेस्ट विभाग परमिशन
देकर रास्ता बनवाएगां जिससे वहां सड़क बन सके, स्कूल की व्यवस्था हो सके, पानी की व्यवस्था
हो सके। उन्होंने कहा कि बैगा परिवार के लिए सब व्यवस्था होनी चाहिए। विशेष पिछड़ी जनजातियां
हैं। तीन जिनमें बैगा, भरिया, और सहरिया तीनों पिछले जनजाति के उत्थान के लिए मध्यप्रदेश
की कमलनाथ सरकार वचनबद्ध है इन्हीं परिवार को एक हजार पेंशन दे रहे हैं। किरर औढेरा,
अकुआ जैसे गांव आते हैं। उन्होंने कहा कि बडहर मे स्कूल खोला गया। गांव वालों को जंगल
ही जंगल सकरा पढ़ने जाना पड़ता है इसलिए अगले सत्र से हायर सेकेंडरी स्कूल खोलेंगे। जिससे
बच्चों को अन्यत्र नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने बच्चों को आश्वस्त किया कि दूसरे ट्रिप
में उनको भी बांधवगढ़ भेजा जाएगा। जहां वे जंगल और जंगली जानवर से परिचित होंगे। उन्होंने
कहा कि एक आदमी जंगल की रक्षा नहीं कर सकता सबका दायित्व है कि सब मिलकर जंगल की रक्षा
करें। अमरकंटक की जड़ी बूटी पूरे भारत में जानी जाती है आज बच्चों को यह अनुभूति कराने
के लिए मध्यप्रदेश शासन ने कार्यक्रम रखा है। पर्यावरण काफी खराब हो रहा है दिल्ली
में सांस लेना भी मुश्किल है। जंगल कटने के कारण अब यहां भी पर्यावरण खराब हो रहा है।
भारतवर्ष में मैंकल नर्मदा सबसे पुराना है यहां पर विभिन्न प्रकार की जड़ी बूटियां मिलती
हैं। डिंडोरी के सहपुरा चले जाएं वहां पेड़ पत्थर बन गए हैं। करपा चले जाइए वहां पहाड़
में बजने वाला नारियल मिलता है, शंख मिलते हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि वर्षों पहले
यहां समुद्र रहा होगा। बहुत सी बीमारियों का इलाज अमरकंटक की जड़ी बूटी से होता है।
आज जंगल कम हो रहे हैं पर्यावरण दूषित हो रहा है वन एवं वन्य प्राणी समाप्त हो रहे
हैं इसी की अनुभूति एवं जागरूकता का यह शिविर वन मंडल अनूपपुर द्वारा आयोजित किया गया
ह।ै इस अवसर पर प्रमुख रूप से जिला कांग्रेस कमेटी जिला अध्यक्ष जयप्रकाश अग्रवाल,
कार्यवाहक अध्यक्ष सिद्धार्थ शिव सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष मयंक त्रिपाठी, वरिष्ठ कांग्रेसी
नेता संतोष अग्रवाल एडवोकेट, भगवती शुक्ला, राम नरेश गर्ग, उदय प्रताप सिंह, योगेंद्र
राय, राकेश गुप्ता, अशोक सिंह, संजय सोनी, कैलाश गुप्ता, राघवेंद्र पटेल, राजीव सिंह,
भूरा यादव आदि कांग्रेसजन उपस्थित रहे। साथ ही वन मंडल अधिकारी एम.एस. भगादिया, एसडीओ
अनूपपुर जी. गोस्वामी, एसडीओ राजेंद्रग्राम एम.एस. मरावी, आरो अनूपपुर ए.के. निगम,
आरो अहिरगवा आर्यन विश्वकर्मा, आरो राजेंद्रग्राम एस. आर. चैधरी ,आरो कोतमा आर.एस.
त्रिपाठी, आरो जैतहरी एस.बी. सिंह, आरो बिजुरी आर. एस. पाटले, परिक्षेत्र सहायक किरण
आर.राव, चैकी प्रभारी किरण जे.डी. धारवे, वनरक्षक नर्मदा पटेल, जमुनी हरिशंकर म्हारा,
किरण अध्यापन डे, बड़हर जगत सिंह और हीरा मंगेश्वर लाल साहू, अगरिया नार बाल सिंह परस्ते,
दूध मनिया दिनेश रौतेल, बोलगढ़ वनरक्षक महादेवी उच्चारण ,साधना राठौर, लक्ष्मी बैगा,
ऑपरेटर हिना खान एवं अन्य स्टाफ मौजूद रहे।
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