(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) स्थानीय नागरिकों एवं किसानों की पहल एवं विधायक पूर्व मंत्री बिसाहूलाल सिंह की उदारता ने दूलहा तालाब की रंगत ही बदल दी। कभी पूरे नगर पालिका क्षेत्र में पीने की पानी की सप्लाई यहीं से होती थी । कहते है कि जिसमें कुछ करने की दृढइच्छा हो तो सब कुछ कर जाता है और उनके साथ सारी कायनात साथ आने लग जाती है। कुछ ऐसे ही कारनामे दुलहरा के किसान भारत पटेल ने कर दिखाया, 15 वर्षो से सूखे तालाब को भरने की सोच बनाई और कई लोगों का मदद लेकर विधायक बिसाहूलाल
सिंह के समक्ष बात रखी जहां से उन्हें पूरी मदद मिली। अंतत: एक बरसात में कार्य को पूर्ण कर ही दिया। साफ नीयत के साथ यदि उद्देश्य स्पष्ट हो तो कोई भी काम मुश्किल नही, अपने अस्तित्व से जूझ रहे दुलहरा तालाब व लगातार नीचे खसक रहे जलस्तर की चिंता व पहल ने एक ही बरसात में तालाब की तस्वीर व स्थानीय वाशिंदो की तकदीर में नया अध्याय जोड दिया। ग्रामीणों की जागरूकता ने एक प्राचीन सूखे पड़े तालाब को सामूहिक प्रयास से पानी से लबालब भर दिया है। इससे अब किसानों को इसके पानी का लाभ मिलने लगा है । ज्ञात हो कि दुलहा तालाब गांव के लगभग 25 एकड़ में फैला प्राचीन तालाब गत पंद्रह सालों से सूखा पड़ा हुआ था। इस कारण इसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा था । साथ ही आसपास के क्षेत्र का जल स्तर भी कम हो गया था। हालत यह थी कि तालाब की खाली भूमि पर बच्चे क्रिकेट खेला करते थे। ग्रामीणों ने आपस में बैठकर निर्णय लिया और सूखे तालाब में पानी संग्रहित कर लिया। वर्तमान में दुलहा तालाब में पानी लगातार जाता जा रहा है। सभी ने सराहा कि ये एक अच्छी पहल है। इसमें गांव के हर व्यक्ति को श्रमदान करना चाहिए, कुछ प्रेरणादायक लोगों ने तालाब में पानी भर दिया।
दुलहरा ग्राम से लगभग 15 किलोमीटर खोलइया ग्राम के बडवारा नाला से लखनपुर जलाशय तक पानी पहुंचता है जिसके बाद जलाशय से चंदास नदी डायवर्सन के माध्यम से दुलहा तालाब तक पहुंचता है।15 वर्षो से यह डायवर्सन पूर्णत: कचरो व मिट्टी से पटा था इसमें सबसे बडा योगदान हमारे अनूपपुर विधायक बिसाहूलाल का योगदान है जो हमने सोचा और उन्होने तत्काल हम लोंगों की मदद कर दिये, उन्होने बताया कि विधायक ने तीन लाख रूपए इस पूरे प्रक्रिया के लिये दिये, जिसके बाद यह संभव हो सका कि 15 वर्षो से जो हमे नही मिल पा रहा था वह आज हमे 1 वर्ष में ही मिल गया और सूखा पडा तालाब भर गया। भू-जल स्तर का लगातार नीचे खसकना, पेडो के साथ तालाबों की संख्या लगातार कम होने के कारण अनूपपुर ही नही बल्कि प्रदेश व देश के हर हिस्से में पानी की समस्या विकराल होती जा रही है। मुख्यालय 3 किलोमीटर दूर दुलहरा ग्राम में स्थित दुलहा तालाब जो कभी आस-पास के लोगों की जीवन को खुसहाल बनाता था, वह कई वर्षो से सूख गया था, आमजन तो किसी तरह खुद के लिए पानी की व्यवस्था कर लेते थे, लेकिन पशु व पक्षी जो दशकों से इस तालाब पर ही निर्भर थे, उनके सामने तालाब सूखने के बाद प्यास बुझाना एक बडी समस्या बनकर उभरी । आज से लगभग तीन महीने पहले किसानों एवं ग्रामीण जनों ने स्थानीय विधायक बिसाहूलाल सिंह के पास यह बात रखी तो उन्होंने तत्काल राशि स्वीकृत की।
ऐसे किया पहल
स्थानीय किसान व कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता भारत पटेल ने सोचा कि क्यो न इस बडी तालाब को भरने की कोई उपाये सोचा जाये, उन्होने सबसे पहले विधायक अनूपपुर बिसाहूलाल से बात की, जहां वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष अग्रवाल व वरिष्ठ कांग्रेस नेता भगवती शुक्ला ने भारत की सराहना करते हुए प्रेरित किया और भारत के इस सोच पर सदैव मदद करने को कहा, जिसके बाद कई बार कार्यस्थल पर पहुंच कर देखे भी उन्होने कहा कि विकास में किसी प्रकार की कमी नही आयेगी अगर हर व्यक्ति अपने गांव व पंचायत के लिये इस तरह की सोच रखता है तो हम निश्चित ही मदद करने को तैयार है।
बढेगा भू-जलस्तर
मिलेगी प्रेरणा
महीनों की मेहनत के बाद तालाब का लगभग 50 प्रतिशत हिस्से में पानी के भराव का रकवा दोगुना हो गया है। वर्षा के दौरान यदि पानी भरने के लिए सही रास्तों का चयन कर तालाब में लाकर छोड दिया गया तो दुलहरा ही नही बल्कि आस-पास के 60-70 प्रतिशत हिस्से का भू-जलस्तर ऊपर उठ आयेगा। यह बात भी खास है कि संभाग के अन्य कस्बो व ग्रामो में सैकडों की संख्या में तालाब कायाकल्प के लिए तरस रहे है । उनकी संख्या भू-माफियाओं के फेर में घटती जा रही है। अनूपपुर में हुए इस ऐतिहासिक कायाकल्प से अन्य जिलो के जनप्रतिनधि, समाजसेवी व प्रशासनिक अधिकारी पे्ररणा ले सकते है।
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