(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा)मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के लिए परिणाममूलक कार्य किए जाने की आवश्यकता है।इस पर स्वास्थ्य विभाग गंभीरता से कार्य कर मातृ एवं शिशु कल्याण के लिए हर पहलुओं का ध्यान रखकर उनके स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखें।
उक्ताशय के निर्देश कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए दिए।बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा,मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ए.के. अवधिया,खण्ड स्तरीय मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के जिला एवं विकासखण्ड स्तरीय नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने समीक्षा के दौरान गर्भवती महिलाओं तथा हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य पैरामीटर के अनुसार समय-समय पर जांच सुनिश्चित करने तथा एएनसी पंजीयन शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने के लिए विशेष पहल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।बैठक में महिलाओं के खून की कमी के लिए क्लीनिकल बेस पर आयरन शुक्रोज लगाए जाने के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को स्पष्ट निर्देश अमले को जारी किए जाने के संबंध में निर्देशित किया गया।उन्होंने कहा कि आवश्यक जांच समय-समय पर सुनिश्चित किया जाए, जिससे स्वास्थ्य स्थिति पर नियंत्रण बना रहे।बैठक में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, सिकिलसेल एनीमिया, जननी सुरक्षा, परिवार कल्याण कार्यक्रम, क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय दृष्टिहीनता नियंत्रण कार्यक्रम, निर्माण कार्यों तथा जिला चिकित्सालय में भवन निर्माण संबंधी कार्यों की विस्तार से समीक्षा की गई।
बैठक में कलेक्टर ने शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत एसएनसीयू में भर्ती कर शिशुओं के बेहतर देखभाल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि निर्धारित भर्ती बेड संख्या बढ़ाकर अधिक से अधिक शिशुओं को लाभान्वित किया जाना सुनिश्चित किया जाए।राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्धारित पैरामीटर अनुसार कार्य किए जाने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि आयरन टेबलेट का वितरण के कार्य की सघन मॉनीटरिंग की जाए तथा विद्यालयों में कैम्प लगाकर स्क्रीनिंग का कार्य भी सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत अप्रैल 2023 से 11 दिसम्बर 2023 तक किए गए कार्यों की समीक्षा की गई। डिलेवरी प्वाईंट के क्रियाशीलता के संबंध में जानकारी ली गई।बैठक में सिकलसेल एनीमिया के मरीज पंजीयन के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए जांच कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
उक्ताशय के निर्देश कलेक्टर आशीष वशिष्ठ ने कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए दिए।बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तन्मय वशिष्ठ शर्मा,मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ए.के. अवधिया,खण्ड स्तरीय मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के जिला एवं विकासखण्ड स्तरीय नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने समीक्षा के दौरान गर्भवती महिलाओं तथा हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य पैरामीटर के अनुसार समय-समय पर जांच सुनिश्चित करने तथा एएनसी पंजीयन शत-प्रतिशत सुनिश्चित करने के लिए विशेष पहल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।बैठक में महिलाओं के खून की कमी के लिए क्लीनिकल बेस पर आयरन शुक्रोज लगाए जाने के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को स्पष्ट निर्देश अमले को जारी किए जाने के संबंध में निर्देशित किया गया।उन्होंने कहा कि आवश्यक जांच समय-समय पर सुनिश्चित किया जाए, जिससे स्वास्थ्य स्थिति पर नियंत्रण बना रहे।बैठक में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, सिकिलसेल एनीमिया, जननी सुरक्षा, परिवार कल्याण कार्यक्रम, क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय दृष्टिहीनता नियंत्रण कार्यक्रम, निर्माण कार्यों तथा जिला चिकित्सालय में भवन निर्माण संबंधी कार्यों की विस्तार से समीक्षा की गई।
बैठक में कलेक्टर ने शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत एसएनसीयू में भर्ती कर शिशुओं के बेहतर देखभाल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि निर्धारित भर्ती बेड संख्या बढ़ाकर अधिक से अधिक शिशुओं को लाभान्वित किया जाना सुनिश्चित किया जाए।राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्धारित पैरामीटर अनुसार कार्य किए जाने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि आयरन टेबलेट का वितरण के कार्य की सघन मॉनीटरिंग की जाए तथा विद्यालयों में कैम्प लगाकर स्क्रीनिंग का कार्य भी सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत अप्रैल 2023 से 11 दिसम्बर 2023 तक किए गए कार्यों की समीक्षा की गई। डिलेवरी प्वाईंट के क्रियाशीलता के संबंध में जानकारी ली गई।बैठक में सिकलसेल एनीमिया के मरीज पंजीयन के कार्य को आगे बढ़ाने के लिए जांच कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
प्रत्येक शनिवार हेल्थ
वेलनेस सेन्टर में होती है
वेलनेस सेन्टर में होती है
सिकलसेल एनीमिया की जांच
स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान अवगत कराया गया कि सिकलसेल एनीमिया की जांच जिले के सभी हेल्थ वेलनेस सेन्टर में प्रत्येक शनिवार को की जाती है तथा जांच में पाए गए मरीजों की पोर्टल पर इन्ट्री भी सुनिश्चित की जा रही है।
बताया गया कि जिले में 1611 सिकलसेल के मरीज पंजीकृत है।जांच के लिए पुष्पराजगढ़ विकासखण्ड हेतु आउटसोर्स एजेंसी भी तैनात की गई है।
बैठक में कलेक्टर ने सिकलसेल एनीमिया के मरीजों को प्रदाय की जाने वाली दवाईयों की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली। बैठक में पॉवर प्वाईंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से स्वास्थ्य कार्यक्रमों की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया।
बताया गया कि जिले में 1611 सिकलसेल के मरीज पंजीकृत है।जांच के लिए पुष्पराजगढ़ विकासखण्ड हेतु आउटसोर्स एजेंसी भी तैनात की गई है।
बैठक में कलेक्टर ने सिकलसेल एनीमिया के मरीजों को प्रदाय की जाने वाली दवाईयों की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली। बैठक में पॉवर प्वाईंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से स्वास्थ्य कार्यक्रमों की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया।
स्वास्थ्य केन्द्रों के निर्माण
कार्यों को पूरा करने के निर्देश
कार्यों को पूरा करने के निर्देश
जिले में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए राज्य शासन स्तर से स्वीकृत स्वास्थ्य केन्द्रों तथा आवश्यक सुविधाओं के विस्तार के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी लेते हुए कलेक्टर ने सभी निर्माण कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के संविदा उपयंत्री को निर्माण कार्यों की जानकारी नही होने पर नाराजगी जताई तथा कार्यों में सुधार लाने के निर्देश दिए।बैठक में जिला खनिज प्रतिष्ठान मद के तहत चिकित्सा उपकरण क्रय किए जाने के संबंध में की गई कार्यवाही तथा उपकरणों की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली गई। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जानकारी दी गई।
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