(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) जनपद पंचायत जैतहरी के ऊर्जावान अध्यक्ष राजीव सिंह ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अनूपपुर को पत्र सौंपकर उसकी प्रतिलिपि कलेक्टर अनूपपुर एवं संभागीय आयुक्त शहडोल संभाग शहडोल को दी है जिसमें उन्होंने लेख किया है कि जनपद क्षेत्र जैतहरी के चुने हुए जनप्रतिनिधियो के साथ जिला पंचायत अनूपपुर द्वारा सौतेला व्यवहार किया जा रहा है तथा जनप्रतिनिधियों के पत्रों में किसी प्रकार की सुनवाई नहीं की जा रही।
उन्होंने कहा कि जनपद पंचायत जैतहरी क्षेत्र के समस्याओं तथा क्षेत्र के आवश्यकता मनरेगा के तहत कार्यों की मागो को लेकर कई बार पत्र के माध्यम से तथा व्यक्तिगत रुप से मिलकर अवगत कराया।लेकिन आपके द्वारा 3 महीने से आश्वासन ही दिया जा रहा है।
यही नहीं उन्होंने जनपद जैतहरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के माध्यम से कार्यालयीन पत्र भी भेजा उस पर भी कोई विचार नहीं किया गया।60-40 का रेसियो का बहाना कर उस फाइल पर विचार नही किया गया और एसे कई ग्राम पंचायते है जहां पर 60-40 का रेसियो सही न होने पर भी कार्यों का अनुमोदन किया गया है।इससे पता चलता है कि जनप्रतिनिधियो से सौतला व्यवहार हो रहा है।
जनपद पंचायत जैतहरी के अध्यक्ष राजीव सिंह ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को 7 दिवस के अंदर पत्रों पर विचार करने का निवेदन किया है अन्यथा उन्होंने पत्र में लेख किया है कि वह स्वयं एवं जनपद सदस्यो,सरपंच,उपसरपंचो तथा अन्य जनप्रतिनिधियो के साथ अनिश्चित कालीन धरना पर जिला पंचायत के प्रांगण में बढ़ जाएंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन और जिला प्रशासन की होगी।
उन्होंने कहा कि जनपद पंचायत जैतहरी क्षेत्र के समस्याओं तथा क्षेत्र के आवश्यकता मनरेगा के तहत कार्यों की मागो को लेकर कई बार पत्र के माध्यम से तथा व्यक्तिगत रुप से मिलकर अवगत कराया।लेकिन आपके द्वारा 3 महीने से आश्वासन ही दिया जा रहा है।
यही नहीं उन्होंने जनपद जैतहरी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के माध्यम से कार्यालयीन पत्र भी भेजा उस पर भी कोई विचार नहीं किया गया।60-40 का रेसियो का बहाना कर उस फाइल पर विचार नही किया गया और एसे कई ग्राम पंचायते है जहां पर 60-40 का रेसियो सही न होने पर भी कार्यों का अनुमोदन किया गया है।इससे पता चलता है कि जनप्रतिनिधियो से सौतला व्यवहार हो रहा है।
जनपद पंचायत जैतहरी के अध्यक्ष राजीव सिंह ने जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को 7 दिवस के अंदर पत्रों पर विचार करने का निवेदन किया है अन्यथा उन्होंने पत्र में लेख किया है कि वह स्वयं एवं जनपद सदस्यो,सरपंच,उपसरपंचो तथा अन्य जनप्रतिनिधियो के साथ अनिश्चित कालीन धरना पर जिला पंचायत के प्रांगण में बढ़ जाएंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन और जिला प्रशासन की होगी।
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