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श्रेय लेने की होड़ में शहडोल सांसद सबसे आगे अनूपपुर जं. में मिला संतरागाछी का स्टॉपेज हरी झंडी दिखाने नहीं आई

 


अनूपपुर (ब्यूरो) शहडोल संसदीय क्षेत्र का दुर्भाग्य है कि उसे स्वर्गीय दलवीर सिंह,स्वर्गीय राजेश नंदनी सिंह एवं ज्ञान सिंह के बाद कोई दमदार सांसद नहीं मिल पाया।जिसके कारण केंद्र शासन की योजनाओं से शहडोल संसदीय क्षेत्र पूरी तरह से उपेक्षा का शिकार है।रेलवे लोगों के आवागमन का सबसे सस्ता,सुलभ साधन है लेकिन दुर्भाग्य है कि यहां का सांसद जिसे जनता ने सर्वाधिक मतों से विजई बनाया था यह सोचकर कि अपने माता-पिता के पद चिन्हों पर चलकर उनके बताए मार्गो पर चलकर अच्छे कार्य करेगी और अपने माता-पिता का नाम रोशन करेगी।लेकिन बड़ा दुर्भाग्य है कि सांसद हिमाद्री सिंह भटके हुए पद चिन्हों पर चलने लगी।जिसका नतीजा है की शहडोल संसदीय क्षेत्र पूरी तरह से रेलवे के मामले में उपेक्षा का शिकार है।यह तो सौभाग्य है शहडोल संसदीय क्षेत्र के लोगों का कि उन्हें केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह एवं रीति पाठक जैसे महिलाओं का साथ मिला है।जो आए दिन शहडोल संभाग के लिए रेल मंत्री से कुछ ना कुछ मांगती रहती हैं।आज उनकी बदौलत शहडोल संभाग को कई ट्रेनों की सुविधाएं,कई पुराने स्टॉपेज बहाल हुए यह सब उनकी ही देन है।श्रेय लेने के लिए रेल मंत्री ने स्टॉपेज के मामले में भाजपा की सोची-समझी रणनीति के तहत चुनावी वर्ष होने के नाते अपने सांसदों को क्रेडिट देने के लिए स्टॉपेज की घोषणा के पहले सभी जगह सांसदों के नाम पत्र जारी कर रहे हैं और उनके पूर्व के पत्र का हवाला देते हुए स्टॉपेज की बात कह रहे हैं।लेकिन सच्चाई इससे कोसों दूर है।जनता शिक्षित है,पढ़ी लिखी है और उसे मालूम है स्टॉपेज के मामले में किसने सही वकालत की है।अनूपपुर जंक्शन स्टेशन पर संतरागाछी- जबलपुर-संतरागाछी का स्टॉपेज केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह की देन है।लेकिन कुछ लोग उसे भी हिमाद्री सिंह कि देन बताकर खुशी से फूले नहीं समा रहे।अगर सांसद हिमाद्री सिंह की देन थी संतरागाछी का अनूपपुर जंक्शन में स्टॉपेज तो फिर गृह नगर में रहते हुए सांसद से हरी झंडी क्यों नहीं दिखवाई गई। यह उनके चहेतों को बताना चाहिए।पूर्व में ही घोषित हो चुका था कि 9 मार्च 2023 को 9.51 पर ट्रेन अनूपपुर जंक्शन स्टेशन पर आएगी।जिसका स्वागत शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद हिमाद्री सिंह को करना चाहिए था।लेकिन वह उचित नहीं समझी उनके चहेतो ने उन्हें सलाह नहीं दी और श्रेय वह पूरा सांसद हिमाद्री सिंह को देना चाहते हैं। कोरोना के बाद से तीन ट्रेनें शहडोल संसदीय क्षेत्र की अभी तक प्रारंभ नहीं हुई।लेकिन सांसद को इन ट्रेनों से कोई लेना-देना नहीं आम जनता किस कदर परेशान हैं,छात्र-छात्राएं किस कदर परेशान हैं उसकी सांसद को फिक्र नहीं।आज चिरमिरी-चंदिया ट्रेन को बंद कर दिया गया जबकि यह ट्रेन आने और जाने में वरदान थी।किसी को कटनी से कोई ट्रेन पकड़ना होता था तो चंदिया तक इस ट्रेन से जाता था और वापसी में कटनी से चंदिया आकर यह ट्रेन पकड़ लेता था।लेकिन सांसद को चिंता नहीं।उसी तरह दो अंत्योदय एक्सप्रेस बिलासपुर-कटनी रेल सेक्शन होकर चलती थी एक बिलासपुर से बीकानेर तो एक दुर्ग से फिरोजपुर लेकिन दोनों ट्रेन आज दिनांक तक नहीं चली। रेलवे ने अभी नया ट्रेन एट ए ग्लांस जारी किया उसमें दोनों ट्रेनों का उल्लेख नहीं।जबकि अन्य जगह ट्रेन यथावत चल रही है आखिर इसमें कमी किसकी है।कभी किसी ने आवाज नहीं उठाई केंद्र में नेतृत्व सांसद हिमाद्री सिंह करती है लेकिन उनको इस ट्रेन के बारे में कोई जानकारी नहीं। जिसके कारण यह ट्रेन नई समय सारणी में भी नहीं आ पाई।लेकिन श्रेय लेना हर जगह सांसद चाहती है तो उसे काम भी करना चाहिए।जनता पूरा श्रेय उन्हें देगी।आज चंदिया में जैतहरी में आंदोलन के कारण ट्रेनों के स्टॉपेज बहाल हुए हैं लेकिन उसका श्रेय भी सांसद को चाहिए। अगर सांसद चाह लेती तो काफी पहले चंदिया,उमरिया, पाली, नरोजाबाद,जैतहरी,वेंकटनगर आदि स्टेशनों पर ट्रेनों की सुविधाएं बहाल हो जाती।लेकिन उन्हें इन स्टॉपेज से कोई लेना-देना नहीं था। आज अंबिकापुर से शहडोल चलने वाली ट्रेन अमलाई स्टेशन पर नहीं रुक रही।काफी संख्या में छात्र-छात्राएं इस ट्रेन से शहडोल से वापसी करते थे।अब उन्हें मजबूरी में बुढार स्टेशन पर उतर कर बस द्वारा अमलाई, चचाई आना पड़ता है। इस ट्रेन का स्टॉपेज भी सांसद नहीं करा पाई जिससे छात्र-छात्राएं परेशान हैं।

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