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मध्यप्रदेश की लाडली बेटियां अब हर तरफ अपना हुनर दिखा रही है बेटियां बोझ नहीं वरदान है-बिसाहूलाल सिंह

 

लाडली लक्ष्मी वाटिका एवं लाडली 
लक्ष्मी पथ लोकार्पित
(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो) 
अनूपपुर (अंंचलधारा) आज का दिन मेरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दिन है।एक उद्यान और एक मार्ग लाडली लक्ष्मी के नाम आज हुआ है। पहले महापुरुषों के नाम पर मार्ग का नाम रखने की परंपरा तो थी लेकिन आज लाडली लक्ष्मी के नाम पर रख रहे हैं। 
                          उक्त आशय के विचार मध्य प्रदेश शासन के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने अनूपपुर में लाडली लक्ष्मी वाटिका एवं लाडली लक्ष्मी पथ का लोकार्पण करने के बाद उत्कृष्ट विद्यालय के मैदान में आयोजित कार्यक्रम में लाडली उनके अभिभावकों उपस्थित गणमान्य नागरिकों को संबोधित करते हुए कही उन्होंने कहा कि ये आगे बढ़ेंगी और देश-प्रदेश का नाम रोशन करेंगी।बेटियों का हर तरह से सशक्तीकरण हो,यही हमारा संकल्प है।कभी वह दिन न आए कि बेटियों के मन में यह भाव है कि मेरे माता-पिता के पास पैसे होते तो मैं डॉक्टर या इंजीनियर बन जाती उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान एवं उनकी सरकार बेटियों की उच्च शिक्षा के लिए उनकी फीस दे रही है जिससे वह आगे बढ़ सके।
                हमारे प्रदेश में बेटियों की शिक्षा के लिए उन्नत मार्ग प्रशस्त करने के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना महिला बाल विकास द्वारा संचालित की जा रही है।हमारे प्रदेश में जो सम्मान बेटियों को प्रदान किया जा रहा है वह दूसरे प्रदेशों के लिए अनुकरणीय उदारण प्रस्तुत करता है।उन्होंने कहा कि बच्चियों के सामाजिक विकास,आर्थिक विकास एवं शैक्षणिक विकास के लिए कई योजनाएं संचालित है।महिला बाल विकास द्वारा बच्चियों एवं गर्भवती माताओं के पोषण आहार वितरण के साथ-साथ उन्हें समय-समय पर आवश्यक समझाईश भी दी जाती है।बेटियां हमारे समाज, हमारे परिवार एवं राष्ट्र की शान है जब समाज मे बेटा-बेटी समान रूप से माने जाएगें तो हमारा समाज राष्ट्र परिवार चौमुखी विकास करेगा।उन्होंने कहा कि बेटियां कमजोर नही है बल्कि हमारे समाज की धुरी है इनको समाज में बेटो के साथ समानता का अधिकार है लाड़ली लक्ष्मी योजना बेटियों को स्वावलंबन की राह में व आत्मनिर्भर बनाने तथा मन चाही शिक्षा प्राप्त करने के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है।जिसमें  बेटी के पैदा होने से लेकर 18 वर्ष के लिए शासन द्वारा आत्म सम्मान राशि प्रदान की जाती है।
                       उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी वाटिका में पौधरोपण करके बेटियां अब पर्यावरण की सुरक्षा के लिए भी काम कर रही हैं। बेटियां बोझ नहीं वरदान हैं। मध्यप्रदेश की लाड़ली बेटियां अब हर तरफ अपनी सफलता का हुनर दिखा रही है। लाड़ली लक्ष्मी योजना इनके जीवन में बदलाव लाने के लिए शुरू की गई थी जिसका लाभ बेटियों को समय समय पर दिया जा रहा है। इस वाटिका का उपयोग लाड़ली बालिकाओं के जन्मोत्सव अथवा उनसे संबंधित अन्य कार्यक्रमों में भी किया जा सकेगा। वाटिका में 'लाड़ली लक्ष्मी वाटिका' अंकित करते हुए पट्टिका के साथ लाड़ली लक्ष्मी का लोगो भी लगाया गया है।
                    प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य शासन द्वारा बेटियों के उत्थान व प्रगति के लिए समर्पित भाव से कार्य किए जा रहे हैं। विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं के माध्यम से बेटियों के हित संरक्षण, संवर्धन के भी कार्य हो रहे हैं।
         खाद्य मंत्री श्री सिंह ने कहा कि लाडली लक्ष्मी बेटियां अपने भविष्य का नया सोपान तय कर रही हैं,जो आगे चलकर प्रदेश के उत्थान में अपनी भागीदारी करेंगी।उन्होंने कहा कि महिला बाल विकास विभाग बेटियों के उत्थान के लिए संचालित योजनाओं का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन व प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें।जिससे वह लाभान्वित हो सकें। उन्होंने इस अवसर पर लाडली बेटियों को शुभाशीष देते हुए अभिभावकों से बेटियों का लालन-पालन तथा उनकी शिक्षा तथा प्रोत्साहन के लिए भरसक प्रयास करने पर बल दिया। 
              इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भोपाल से वर्चुअल उद्बोधन को देखने एवं सुनने की व्यवस्था कार्यक्रम स्थल पर की गई थी।वर्चुअल उद्बोधन के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लाडली लक्ष्मी योजना उनकी जीवन का सबसे अच्छा कार्य है।उन्होंने कहा कि लाडली लक्ष्मियों के उत्थान के लिए वह हर समय प्रयास करते रहते हैं।उन्होंने आज के दिवस को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि लाडली लक्ष्मी वाटिका तथा लाडली लक्ष्मी पथ का लोकार्पण करते हुए उन्हें काफी प्रसन्नता है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि लाडली लक्ष्मी बेटियां प्रदेश व देश की भविष्य गढ़ेंगी। बेटियों का सम्मान सर्वोपरि है।इसी से प्रदेश और देश की खुशियां कायम हैं। उन्होंने बेटियों के सशक्तिकरण पर बल देते हुए कहा कि बेटियां अमानत हैं।उन्हें ऊंचे आसमान में उड़ान भरना है। बेटियां बढ़ेंगी तो समाज में समृद्धि आएगी। उन्होंने इस अवसर पर बेटियों को आर्शीवाद और शुभकामनाएं भी व्यक्त की। 
                  कार्यक्रम का शुभारंभ मॉ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन माल्यार्पण एवं कन्या पूजन कर किया गया।
             लाडली लक्ष्मी वाटिका का लोकार्पण बीएसएनएल ऑफिस के बगल में नगरपालिका के पार्क में किया गया, वही लाडली लक्ष्मी पथ का लोकार्पण अटल द्वार इन्दिरा तिराहा के पास किया गया।
                   इस अवसर पर कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना, विंध्य विकास प्राधिकरण के पूर्व उपाध्यक्ष रामदास पुरी, नगरपालिका अनूपपुर की अध्यक्ष अंजुलिका सिंह,आत्मा गवर्निंग बोर्ड की सदस्य रश्मि खरे,सिद्धार्थ शिव सिंह, जीतेन्द्र सोनी,शिवरतन वर्मा, महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी विनोद परस्ते, सहायक संचालक मंजूषा शर्मा सहित वृहद संख्या में लाड़लियों के साथ-साथ उनके अभिभावक पुरुष,महिलाएं एवं मीडिया- कर्मी,जनप्रतिनिधि तथा समाजसेवी अधिकारी,कर्मचारी उपस्थित थें।

लाडली लक्ष्मी वाटिका 
में किया गया वृक्षारोपण


लाडली लक्ष्मी वाटिका के शुभारंभ के बाद मध्यप्रदेश शासन के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह, कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना, नगरपालिका अनूपपुर की अध्यक्ष अंजुलिका सिंह, रश्मि खरे ने लक्ष्मी वाटिका में आंवला नवमी के अवसर पर आंवला के वृक्ष का रोपण किया।

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