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प्रसिद्ध साहित्यकारों की गरिमामयी उपस्थिति में प्रलेसं. का राज्य स्तरीय दो दिवसीय सम्मेलन अनूपपुर में प्रारंभ

 

 (हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो) 

अनूपपुर (अंंचलधारा) प्रगतिशील लेखक संघ मध्यप्रदेश का 13 वा राज्य सम्मेलन प्रदेश के सबसे अंतिम जिले अनूपपुर में 19 नवंबर 2022 से प्रारंभ हो गया।जिसमें देश-प्रदेश के प्रसिद्ध साहित्यकारों की गरिमामयी उपस्थिति में निर्धारित कार्यक्रमानुसार कार्यक्रमों का विधिवत शुभारंभ किया गया।
                      सर्वप्रथम पूर्वान्ह सर्वश्री पंकज दीक्षित, मुकेश बिजोले,अनिल करमेले के पोस्टर की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया।देश-प्रदेश के प्रसिद्ध साहित्यकारों के स्लोगन भी प्रदर्शित किए गए।इसके साथ ही अनूपपुर के प्रमुख साहित्यकारों को याद करते हुए उनकी स्मृति में पुस्तक विक्रय केंद्र,कविता पोस्टर प्रदर्शनी,प्रतिनिधि पंजीयन केंद्र, आदिवासी कला प्रदर्शनी,मेडिकल काउंटर, सभागार बनाए गए।जिसमें प्रमुख रुप से स्मृति शेष भाईलाल पटेल,डॉक्टर एस.एम.मंसूरी के नाम से सभागार।इसके साथ ही गोविंद श्रीवास्तव,डॉ.राम लखन गुप्त,श्याम बहादुर नम्र,जगदीश पांडे,शंकर श्रीवास्तव,रामचंद्र नायडू,अश्वनी त्रिपाठी के नाम से अलग-अलग काउंटर बनाए गए।नाचा थिएटर की ओर से इप्टा के आए साथियों ने नुक्कड़ नाटक,जनगीत,कविता,पोस्टर,प्रगतिशील साहित्य के विक्रय केंद्र सम्मेलन में आकर्षण के केंद्र बिंदु बने हुए थे। कविता पोस्टर में अशोकनगर के चित्रकार पंकज दीक्षित, उज्जैन के मुकेश बिजौले, इंदौर के अशोक दुबे आकर्षण के केंद्र बिंदु थे।इसके साथ ही प्रगतिशील जनवादी साहित्य लोगों के पास लाने का श्रेय जबलपुर के अजय यादव एवं सागर के चंद्र कुमार जैन को जाता है जिनके माध्यम से साहित्य भी सम्मेलन में उपलब्ध हो पाए।तत्पश्चात दोपहर कमलाप्रसाद स्मृति प्रतिनिधि सत्र का शुभारंभ हुआ।
                         इस सत्र की अध्यक्षता प्रगतिशील लेखक संघ मध्यप्रदेश के अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा ने किया।प्रगतिशील लेखक संघ के राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर सुखदेव सिंह सिरसा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।जबकि कार्यक्रम का संचालन प्रगतिशील लेखक संघ मध्यप्रदेश के महासचिव शैलेन्द्र शैली ने किया।सर्वप्रथम स्मृति शेष साथियों की स्मृति में शोक प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए।इसके पश्चात प्रगतिशील लेखक संघ मध्यप्रदेश के महासचिव शैलेन्द्र शैली ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की।तत्पश्चात प्रदेशभर से आए प्रत्येक इकाई ने अपनी इकाई की गतिविधियों की रिपोर्ट तथा अन्य प्रासंगिक मुद्दों पर अपने विचार प्रस्तुत किए।भोजन अवकाश के बाद दोपहर 4 बजे लेखकों, संस्कृतिकर्मियों की रैली शहर के प्रमुख मार्गो से घूमते हुए साहित्य के प्रति लोगों में अलख जगाने का कार्य की।रैली के पश्चात शाम को मंचासीन कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें कार्यक्रम आयोजन समिति के अध्यक्ष रमेश सिंह, महासचिव बृजेंद्र सोनी,वरिष्ठ वृत्त चित्र निर्देशक,वैज्ञानिक, संस्कृतिकर्मी,शायर गौहर रज़ा मुख्य अतिथि के रूप में तथा प्रगतिशील लेखक संघ के राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर सुखदेव सिंह सिरसा, सीमा राजोरिया,रमाकांत श्रीवास्तव,सेवाराम त्रिपाठी,कुमार अंबुज,प्रगतिशील लेखक संघ के राष्ट्रीय सचिव मंडल सदस्य विनीत तिवारी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इसके साथ ही राजेंद्र शर्मा, शैलेंद्र शैली, बाबूलाल जी दाहिया, प्रीति सिंह, राजकुमार सोनी, सुरजीत सिंह, शंभू प्रसाद सोनी ,परमानंद तिवारी, देवेश प्रताप सिंह, डॉ.अशोक शिरोड़े, डॉक्टर सुरेश शर्मा धड़कन,कल्याण सिंह, डॉक्टर दिनेश कुशवाहा,संतोष द्विवेदी, हरिद्वार सिंह, मंचासीन रहे।कार्यक्रम के शुभारंभ में नगर की कवियत्री मीना सिंह ने अपनी कविता 'ले मशाले चल पड़े हैं लोग मेरे गांव के' कविता से कार्यक्रम की शोभा में चार चांद लगा दिए।तत्पश्चात उपस्थित अतिथियों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए और अनुपम नगरी अनूपपुर में राज्य स्तरीय कार्यक्रम पर प्रशंसा जाहिर करते हुए कहां की निश्चय ही नर्मदा के अंचल में अमरकंटक जैसे पवित्र तीर्थ स्थान की धरा पर कार्यक्रम साहित्य जगत की सबसे बड़ी उपलब्धि है।कार्यक्रम का संचालन प्रगतिशील लेखक संघ अनूपपुर के नगर अध्यक्ष गिरीश पटेल ने किया।मंचासीन कार्यक्रम के पश्चात हरिशंकर परसाई स्मृति उद्घाटन सत्र का विधिवत शुभारंभ किया गया।इस सत्र का उद्घाटन प्रगतिशील लेखक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष विभूति नारायण राय ने किया। जिस का संचालन आयोजन समिति के महासचिव विजेंद्र सोनी ने किया।उद्घाटन सत्र के दूसरे चरण में निसार अली द्वारा निर्देशित नाटक टार्च बेचने वाला का मंचन किया गया।जिसमें उपस्थित लोगों ने भरपूर मनोरंजन किया।इसके पश्चात कवि सम्मेलन ने अपनी समा बांधी जो देर रात्रि तक अनवरत चलती रही।लोगों ने कवियों की कविताओं का जमकर लुत्फ उठाया।

कल होगा 2 दिवसीय
राज्य सम्मेलन का समापन


मध्यप्रदेश प्रगतिशील लेखक संघ के 13 वा राज्य सम्मेलन का आज समापन किया जाएगा।जिसमें विभिन्न सत्र के आयोजन में वैचारिक सत्र आयोजित किए जाएंगे।जिसमें चंद्रकांत देवताले स्मृति वैचारिक सत्र में प्रगतिशील लेखन आंदोलन चुनौतियां और दायित्व विषय पर सत्र के लिए प्रायोजित साथी अपनी अपनी बातें रखेंगे।इसके साथ ही केदारनाथ सिंह स्मृति वैचारिक सत्र में बदलती राजनीतिक परिस्थितियों में लेखकों की भूमिका विषय पर भी प्रायोजित साथी अपनी बात रखेंगे।तत्पश्चात भोजन अवकाश के बाद रजिया सज्जाद जहीर स्मृति सांगठनिक सत्र आयोजित किया जाएगा।इस सत्र में संगठन के संबद्ध विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श होगा।साथ ही मध्यप्रदेश प्रगतिशील लेखक संघ की नई कार्यकारिणी का गठन भी किया जाएगा।इसके साथ ही दो दिवसीय राज्य सम्मेलन के प्रत्येक सत्र में विभिन्न मुद्दों पर आए प्रस्ताव प्रस्तुत किए जाएंगे।

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