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आमाडांड़ कालरी 4 घंटे चली बैठक..............

 

प्रशासन व कालरी प्रबंधन की उपस्थिति में भू-स्वामियों 
की बैठक सम्पन्न,कलेक्टर ने दिए समस्या के हल करने निर्देश
(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो) 
अनूपपुर (अंंचलधारा) एसईसीएल जमुना-कोतमा क्षेत्र के आमाडांड़ कालरी के कोयला उत्खनन क्षेत्र में खनन, परिवहन आदि गतिविधियों को बाधित करने वाले आंदोलनकारियों एवं अतिक्रमणकारियों के संबंध में बुधवार 26 अक्टूबर को अपरान्ह 12 बजे कलेक्ट्रेट स्थित नर्मदा सभागार में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक में पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल,अपर कलेक्टर सरोधन सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सोजान सिंह रावत, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन, एसडीएम कोतमा मायाराम कोल, तहसीलदार ईश्‍वर प्रधान, थाना प्रभारी रामनगर  राकेश वैश्‍य तथा कालरी प्रबंधन के महाप्रबंधक सुधीर कुमार,डी.के. रघुवंशी,विनोद सिंह,वेद प्रकाश,सीताराम गर्ग तथा संबंधित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व भू-स्वामी, आंदोलनकारी उपस्थित थे। 
          बैठक में कोयला उत्खनन के लिए अधिग्रहीत भूमि के एवज में मुआवजा भुगतान तथा नौकरी प्रदान करने के संबंध में आंदोलनकारियों तथा जनप्रतिनिधियों द्वारा अपना पक्ष रखा गया। जिस पर कालरी प्रबंधन तथा जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा नियम-निर्देशों तथा अधिग्रहीत भूमि के संबंध में अब तक प्रचलित कार्यवाही की जानकारी दी गई। बैठक में माननीय उच्च न्यायालय तथा माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए निर्देशों के संदर्भ में भी जानकारी बैठक में रखी गई। 
                      कालरी प्रबंधन के अधिकारियों ने मुआवजा वितरण तथा रोजगार प्रदान करने के संबंध में नियम-निर्देशों के तहत की गई कार्यवाही के संबंध में जानकारी दी गई। 
बैठक में कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने एसईसीएल को लंबित रोज़गार के मामलों में त्वरित कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। अन्य लंबित विषयों पर भी कालरी प्रबंधन, अपर कलेक्टर, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कोतमा एवं तहसीलदार को विशेष कैम्प लगाकर कार्यवाही करने हेतु कहा गया है। बैठक में निर्णय लिया गया कि कालरी प्रबंधन भूमि स्वामियों की समस्याओं का उचित निराकरण सुनिश्चित करे तथा आंदोलनकारियों को किसी भी तरह का उग्र प्रदर्शन नही करने की समझाईश दी गई व ग्राम के सरपंच व जनप्रतिनिधियों को शांतिपूर्ण ढंग से समस्या का निराकरण कराने हेतु अपील की गई। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रभावित भूमि स्वामी वास्तविक मांग के अनुरूप प्रशासन एवं कालरी प्रबंधन के समक्ष शांतिपूर्ण वार्तालाप व लिखित पक्ष रखें, ताकि नियम-निर्देशों के अनुरूप कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए उन्हें उचित हितलाभ प्रदान कराया जा सके।
              पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल द्वारा नियमानुसार रोज़गार हेतु अपात्र व्यक्तियों  एवं लोगों को भड़का कर आंदोलन कर शासकीय कार्य मे बाधा डालने वाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने की चेतावनी दी गई। 
                       बैठक में सभी पक्षों ने अपनी-अपनी बात रखी तथा प्रथमतः शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण ढंग से समस्या के हल निकालने का निर्णय लिया गया।

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