अनूपपुर फूड कल्चर एवं टूरिज्म पुस्तक की
प्रथम प्रति कलेक्टर ने राज्यपाल को की भेंट
अनूपपुर (अंंचलधारा) मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के होटल ताज में 9 मार्च से 18 मार्च 2022 तक ट्राइबल फूड फेस्टिवल का आयोजन जिला प्रशासन अनूपपुर के विशेष सहयोग से मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड व टाईम्स ऑफ इंडिया और ताज ग्रुप द्वारा आयोजन किया जा रहा है। टाइम्स पैशन ट्राइबल ट्रेल एवं ट्राइबल फूड फेस्टिवल का उद्घाटन मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने 8 मार्च 2022 को किया गया। इस अवसर पर मध्यप्रदेश शासन के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह, जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री एवं अनूपपुर जिले की प्रभारी मंत्री सुश्री मीना सिंह,पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री ऊषा ठाकुर, प्रमुख सचिव पर्यटन शिवशेखर शुक्ला, कलेक्टर अनूपपुर सुश्री
सोनिया मीना, टाईम्स ऑफ इंडिया के संपादक प्रसेनजित मुंड, पद्मविभूषण से सम्मानित पंडवानी गायिका डॉ. श्रीमती तीजन बाई, ताज ग्रुप की जनरल मैनेजर कनिका हसरत प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि जनजातीय समाज में माटी की सुगंध आज भी बसी है। दुनिया को भारत की देन आयुर्वेद जनजातीय समाज और वनों की बदौलत है। उनके विकास के प्रयासों में आत्मीयता और अपनेपन का भाव होना जरूरी है। रामचरित मानस के राम शबरी प्रसंग का उल्लेख करते हुए कहा कि शबरी ने चख-चख कर बेर भगवान राम को खिलाए। भगवान राम को मीठा बेर खिलाने की आत्मीयता का भाव ही जनजातीय समाज का स्वरूप बताता है। उन्होंने बताया कि जनजातीय समाज के विकास की यह पहल सराहनीय है। इस अवसर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल को रूरबन मिशन अनूपपुर की युवा सलाहकार सुश्री अपूर्वा मिश्रा द्वारा लिखित अनूपपुर जिले की जनजातीय कला, संस्कृति, वास्तुकला, व्यंजन, पर्यटन एवं जनजातीय समाज की गोदना प्रथा पर आधारित पुस्तक की प्रथम प्रति कलेक्टर अनूपपुर सुश्री सोनिया मीना द्वारा भेंट की गई।
कार्यक्रम में इस अवसर पर खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि भारतीय संस्कृति के ऋषि मुनियों के जीवन से संबद्ध अनेक महत्वपूर्ण स्थल जनजातीय क्षेत्रों में
स्थित है। इन क्षेत्रों के विकास से क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएँ बनाई जा सकती है।
जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह ने कहा कि जनजातीय समाज हमारा गौरव है। उनके द्वारा ही जल,जंगल और जमीन का संरक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज के शिल्प, कला और खाद्य पदार्थों की उचित विपणन व्यवस्था के प्रयास जरूरी है। उन्होंने आयोजन को इस दिशा में सार्थक पहल बताया।
उल्लेखनीय है कि फेस्टिवल को पाँच जनजातियों गोंड़, बैगा, भरिया, कोल और कोरकु की जनजातीय विधा को जन सामान्य के समक्ष लाने के लिए ताज लेकफ्रंट के कार्यकारी शेफ अनूप गुप्ता के अनूपपुर जिले के भ्रमण के साथ शुरु हुआ, जिसे अनूपपुर जिले की कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना एवं उनकी टीम ने जनजातीय से जुड़ प्रत्यक्ष अनुभव को साकार करने की मंशा को अंततः उत्सव का आकार दिया। भोपाल में आयोजित ट्राईबल फूड फेस्टिवल में जनजातीय परम्परा के व्यंजनों की खाद्य सामग्री कोदो, कुटकी, अमरू, स्थानीय भाजी, बरिहे की बड़ी, विभिन्न प्रकार के स्थानीय अचार, महुआ, मकई, पिहटी आदि के व्यंजन बनाने के तरीके के संबंध में जिले के जनजातीय व्यंजनों के जानकार रमेश श्याम एवं उनकी भतीजी सुश्री जान्हवी श्याम ने ताज ग्रुप के शेफ को जनजातीय परम्परा के व्यंजनों को बनाने के तरीके के संबंध में जानकारी दी गई। विदित हो कि शहरी लोगों का झुकाव उर्वरकरहित भोज्य पदार्थों की ओर बढ़ा है, जिसके चलते पौष्टिकता से परिपूर्ण जनजातीय व्यंजनों के प्रति लोगों की मांग बढ़ रही है। जिसके चलते जनजातीय परम्परा को आगे बढ़ाने तथा उनके खान-पान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह आयोजन किया जा रहा है, इस तरह का फेस्टिवल देश में पहली बार आयोजित हो रहा है। फेस्टिवल के अवसर पर अनूपपुर जिले के जनजातीय कलाकारों द्वारा बनाए गए जनजातीय गोंडी कला पर आधारित चित्र एवं दुपट्टों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसका अवलोकन राज्यपाल मंगुभाई पटेल सहित उपस्थित अतिथियों तथा उपस्थित जनों द्वारा अवलोकन कर लोक कला की जानकारी प्राप्त की गई।
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