(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) जिलेभर में बसंत पंचमी का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। नगर अनूपपुर सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सहित जिले के सभी सरस्वती शिक्षा परिषद के
विद्यालयों में बसंत पंचमी पर्व विधि विधान से मनाया गया। विद्यार्थियों को इस पर्व का महत्व एवं उपयोगिता बताई गयी।विधि विधान से पूजा ,वंदना, हवन कर सरस्वती जयंती के रूप में मनाया गया।पीले पुष्प एवं बसंती वस्त्र से मां सरस्वती का पूजन किया गया।
पौराणिक मान्यता के अनुसार छात्रों के साथ लेखन कार्य करने के लिए बसंत पंचमी का दिन विशेष होता है। इस दिन विद्या की देवी सरस्वती का दिन होने के कारण मां सरस्वती की विशेष पूजा की जाती है। विद्यालयों में समारोह किया जाता है।
नगर के गण्यमान्य लोगों ने मां शारदे का पूजन किया। सांस्कृतिक प्रभारी वरिष्ठ आचार्य संतोष शुक्ला के निर्देशन में छात्रों ने सरस्वती वंदना की।
प्रधानाचार्य सतीश सिंह ने बसंत पंचमी संस्कारों की जानकारी दी। संस्कृति में ही संस्कार पलते हैं-सरस्वती शिक्षा परिषद के विद्यार्थियों में संस्कृति से संस्कार प्रदान करने का कार्य होता है परिषद का उद्देश्य नियमित जीवन में संस्कारों एवं धार्मिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देना है।
विद्यालयों में बसंत पंचमी पर्व विधि विधान से मनाया गया। विद्यार्थियों को इस पर्व का महत्व एवं उपयोगिता बताई गयी।विधि विधान से पूजा ,वंदना, हवन कर सरस्वती जयंती के रूप में मनाया गया।पीले पुष्प एवं बसंती वस्त्र से मां सरस्वती का पूजन किया गया।
पौराणिक मान्यता के अनुसार छात्रों के साथ लेखन कार्य करने के लिए बसंत पंचमी का दिन विशेष होता है। इस दिन विद्या की देवी सरस्वती का दिन होने के कारण मां सरस्वती की विशेष पूजा की जाती है। विद्यालयों में समारोह किया जाता है।
नगर के गण्यमान्य लोगों ने मां शारदे का पूजन किया। सांस्कृतिक प्रभारी वरिष्ठ आचार्य संतोष शुक्ला के निर्देशन में छात्रों ने सरस्वती वंदना की।
प्रधानाचार्य सतीश सिंह ने बसंत पंचमी संस्कारों की जानकारी दी। संस्कृति में ही संस्कार पलते हैं-सरस्वती शिक्षा परिषद के विद्यार्थियों में संस्कृति से संस्कार प्रदान करने का कार्य होता है परिषद का उद्देश्य नियमित जीवन में संस्कारों एवं धार्मिक कार्यक्रमों को बढ़ावा देना है।
0 Comments