(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) अमरकंटक जिले का यह तीर्थ शिरोमणि आज समूचे भारतवर्ष में व विश्व मे ख्याति पा रहा है और समूचे विश्व से लोग इस तीर्थराज अमरकंटक में पहुंच कर माँ नर्मदा की कृपा व माँ नर्मदा की ममतामयी आँचल में स्वयं को समर्पित कर देने के लिए लालायित हैं। माँ नर्मदा के उद्गम स्थल और भगवान सदाशिव भोले नाथ जी का प्रिय यह मैकल पर्वत आज विश्व विख्यात है और "अमरकंटक" के नाम से सुप्रसिद्ध है। यहाँ पहुंचकर माँ नर्मदा के दर्शन मात्र से ही पुण्य लाभ होता है और लोगों के सब पाप कट जाते हैं। माँ नर्मदा में स्नान करने को गंगा मैया में स्नान करने के समान माना गया है। हालांकि माँ नर्मदा के महात्म्य की हज़ारों कथाएं हैं, जिन कथाओं को भक्तगण बड़ी श्रद्धा भाव के साथ श्रवण करते हैं और माँ नर्मदा की आराधना करते हैं। हम सभी का सौभाग्य है कि हम माँ नर्मदा की पावन भूमि पर रहकर हर घड़ी मां नर्मदा की कृपा और आशीर्वाद से अभिसिंचित होते हैं और मां नर्मदा की गोद में रहते हैं। माँ नर्मदा के जन्मोत्सव को लेकर भक्तो में उत्साह देखा गया।
अमरकंटक की पावन धरा पर माँ नर्मदा की जन्म जयंती मनाई गई और समूचे अमरकंटक क्षेत्र सहित समूचे जिले व मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के कई जिलों में माँ नर्मदा की जन्म जयंती की धूम रही। क्षेत्रीय विधायक फुन्देलाल सिंह व मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव श्रीधर शर्मा ने इस आयोजन पर विशेष रूप से सक्रियता दिखाई और उक्त संबंध में श्रीधर शर्मा ने जानकारी दी कि माँ नर्मदा की जन्म जयंती का शुभारंभ 7 फरवरी को भव्य शोभायात्रा निकाल कर किया गया व अमरकंटक में 8 फरवरी की सुबह क्षेत्रीय विधायक फुन्देलाल सिंह व मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव श्रीधर शर्मा सहित हज़ारों भक्तगण राम घाट से अमरकंटक चौक होते हुए माँ नर्मदा के उद्गम स्थल तक भव्य शोभायात्रा निकाल कर माँ नर्मदा की उद्गम स्थली पर पहुंच कर माँ नर्मदा की आरती में शामिल हुए। 8 फरवरी को सुबह से ही माँ नर्मदा के दर्शन हेतु भक्तों का तांता लगा रहा और हज़ारों की संख्या में भक्त सुबह से शाम तक माँ नर्मदा के उद्गम स्थल पर बने रहे। पूरे दिन मां नर्मदा के उद्गम प्रांगण में भव्य भंडारा चलता रहा और कई हजार भक्त माँ नर्मदा के पूजन आरती के पश्चात भंडारे का प्रसाद प्राप्त किए। स्थानीय आम जन सहित जिले के कई जनप्रतिनिधियों व समाजसेवियों ने प्रांगण की स्वच्छता व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्था में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराने की ओर और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी प्रशासन की संजीदगी सराहनीय रही। समस्त पहलुओं को ध्यान देते हुए शाम को मां नर्मदा की महाआरती के बाद भजन संध्या का आयोजन किया गया। स्थानीय कलाकारों सहित बाहर से आए हुए कलाकारों ने भक्तों व श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस समूचे कार्यक्रम में जिला प्रशासन की महत्तवपूर्ण भूमिका रही।
अमरकंटक की पावन धरा पर माँ नर्मदा की जन्म जयंती मनाई गई और समूचे अमरकंटक क्षेत्र सहित समूचे जिले व मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ के कई जिलों में माँ नर्मदा की जन्म जयंती की धूम रही। क्षेत्रीय विधायक फुन्देलाल सिंह व मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव श्रीधर शर्मा ने इस आयोजन पर विशेष रूप से सक्रियता दिखाई और उक्त संबंध में श्रीधर शर्मा ने जानकारी दी कि माँ नर्मदा की जन्म जयंती का शुभारंभ 7 फरवरी को भव्य शोभायात्रा निकाल कर किया गया व अमरकंटक में 8 फरवरी की सुबह क्षेत्रीय विधायक फुन्देलाल सिंह व मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव श्रीधर शर्मा सहित हज़ारों भक्तगण राम घाट से अमरकंटक चौक होते हुए माँ नर्मदा के उद्गम स्थल तक भव्य शोभायात्रा निकाल कर माँ नर्मदा की उद्गम स्थली पर पहुंच कर माँ नर्मदा की आरती में शामिल हुए। 8 फरवरी को सुबह से ही माँ नर्मदा के दर्शन हेतु भक्तों का तांता लगा रहा और हज़ारों की संख्या में भक्त सुबह से शाम तक माँ नर्मदा के उद्गम स्थल पर बने रहे। पूरे दिन मां नर्मदा के उद्गम प्रांगण में भव्य भंडारा चलता रहा और कई हजार भक्त माँ नर्मदा के पूजन आरती के पश्चात भंडारे का प्रसाद प्राप्त किए। स्थानीय आम जन सहित जिले के कई जनप्रतिनिधियों व समाजसेवियों ने प्रांगण की स्वच्छता व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्था में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराने की ओर और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी प्रशासन की संजीदगी सराहनीय रही। समस्त पहलुओं को ध्यान देते हुए शाम को मां नर्मदा की महाआरती के बाद भजन संध्या का आयोजन किया गया। स्थानीय कलाकारों सहित बाहर से आए हुए कलाकारों ने भक्तों व श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस समूचे कार्यक्रम में जिला प्रशासन की महत्तवपूर्ण भूमिका रही।
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