दो फरार वन विभाग ने
घटना के पूर्व की बड़ी कार्यवाही
अनूपपुर (अंंचलधारा) वन परिक्षेत्र अनूपपुर के औढेरा बीट अंतर्गत कक्ष क्रमांक आर एफ 362 से गुजरने वाली 11 हजार के.वी.के विद्युत लाइन के नीचे वन्य प्राणियों के शिकार के उद्देश्य से जी.आई.तार बास की खूंटी बास की डगनी से फैलाए गए राजस्व क्षेत्र से लेकर तार को गस्ती के दौरान मिलने पर वन विभाग की टीम द्वारा जब्ती की कार्यवाही की गई।देर रात होने के कारण दो संदिग्ध आरोपी अंधेरे का लाभ देते हुए भाग गए।घटना के दूसरे दिन वन विभाग के वन मंडल अधिकारी अनूपपुर डॉ.ए.ए.अंसारी के निर्देशन पर संभाग मुख्यालय शहडोल से डॉग स्कॉट जिमि से घटनास्थल का परीक्षण कराए जाने पर एक संदिग्ध संम्हारू पिता महगू बैगा 28 वर्ष निवासी दोखहाटोला बैहार थाना जैतहरी के घर पहुंचने पर सम्हारू के घर से चीतल की सिंग जी.आई. तार जप्त की गई।सम्हारू के कथन अनुसार अन्य आरोपी लंबू पिता बैड़ा बैगा 30 वर्ष समयलाल पिता पटवारी बैगा 40 वर्ष के पास से भी शिकार में उपयोग किए जाने वाले सामग्री को जप्त कर कार्यवाही की गई।इस दौरान लगभग 5 किलो वजन के जी.आई.तार 10 नग बांस की लंबी डगनी चीतल का एक र्सिंग एक गडासा,दो नग क्लच वायर को जप्त किया गया।इस दौरान परिक्षेत्र सहायक किरर रिचर्ड रेगीराव,परिक्षेत्र सहायक अनूपपुर संतोष श्रीवास्तव, बीट औढेरा के वनरक्षक जगत सिंह मसराम, बीट दुधमनिया वनरक्षक बाल सिंह परस्ते,राजबली साकेत, डांग स्काट शहडोल के आर.के.पयासी, त्रिपाठी एवं सुरक्षा श्रमिक मोहन यादव,रामाधार यादव,राम सिंह एवं सुधार सिंह ने शिकारियों द्वारा शिकार के उद्देश्य से लगाए गए फंदे को किसी वन्य प्राणी के शिकार होने के पहले बचाने तथा घटना को अंजाम देने के लिए लगाए गए सामग्री को जप्त करने आरोपियों को पता कर पकडने में सफलता मिली है।घटना में दो अन्य आरोपी फरार बताए गए हैं जिनकी तलाश जारी है।पकड़े गए तीनों आरोपियों को स्वास्थ्य परीक्षण कराने बाद अनूपपुर न्यायालय में प्रस्तुत किए जाने पर एडीपीओ राकेश पांडे के द्वारा बहस किए जाने से न्यायालय द्वारा तीनों आरोपियों को रिमांड पर जेल भेजने के आदेश किए।
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