(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक के श्रीशील मण्डल के सौजन्य से ग्राम पंचायत लालपुर में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका के मद्येनजर निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, औषधि वितरण एवं पोषण जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
पंचायत भवन लालपुर में शिविर का उद्घाटन प्रो. के.के. त्रिपाठी पूर्व प्रमुख, चिकित्सा विभाग, बीएचयू, वाराणसी, डॉ. प्रेम शंकर पाण्डेय, आयुष विभाग, बीएचयू, वाराणसी, प्रो. एन. एस. एच. एच. मूर्ति, प्रभारी विश्विद्यालय स्वास्थ्य केन्द्र, प्रो. एम. एल. श्रीवास्तव पूर्व अधिष्ठाता, विज्ञान संकाय, दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, गोरखपुर के साथ इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक की प्रथम महिला व श्रीशील मण्डल की अध्यक्ष श्रीमती शीला त्रिपाठी एवं सरपंच - ग्राम पंचायत लालपुर, श्रीमती कलावती टांडिया द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का लाभ महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों ने भी लिया। शिविर में बड़ी संख्या में महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर पहुंची। इनमें से कई लोगों को अपनी बीमारी का पहली बार पता चला। शिविर में कई महिलाओं में खून की कमी, छोटे बच्चों में पेट की समस्या और बुजुर्गों में जोड़ों के दर्द की शिकायत सामने आई। लेकिन लोग दवा नहीं ले रहे थे। शिविर में इन्हें दवाएं और परामर्श दोनों दिया गया। वहीं गर्भवती महिलाओं को पोष्टिक भोजन लेने की हिदायत के साथ विशेष परामर्श दिया गया।
मरीजों की जांच कर रहे डॉ. के.के. त्रिपाठी ने बताया कि इस समय बीमारियों से बचने के लिए सभी को सावधानी रखने की आवश्यकता है। यदि समझदारी न दिखाई तो कोरोना की तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा बरसात का मौसम चल रहा है, जिसमें बीमारियां हावी होने का प्रयास करती हैं। इस मौसम में सफाई का विशेष ध्यान रखें। ताजे भोजन के अलावा पानी उबाल कर सेवन करें इस क्षेत्र में मोटे अनाज की बहुलता है, जैसे कि ज्वार, बाजरा, मक्का एवं कोदो-कुटकी अतः आप सभी को इसका सेवन करना चाहिए।
'अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है, ऐसे में टीकाकरण के साथ मास्क भी है जरूरी। जिस तरह से पर्यावरण और वातावरण प्रदूषित होता जा रहा हैं, लोगों में बीमारियों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। इनसे बचने के लिए सभी लोगों को हर 6 महीने में अपने शरीर की सभी जांचें करानी चाहिए। निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, औषधि वितरण एवं पोषण जागरूकता शिविर का आयोजन मानव सेवा हेतु एक पुनीत कार्य है। ऐसे शिविरों में जरूरतमंद व्यक्तियों को बिना खर्च स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो जाता है'। यें बातें श्रीशील मण्डल की अध्यक्ष एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक की प्रथम महिला श्रीमती शीला त्रिपाठी ने ग्राम पंचायत लालपुर में आयोजित निःशुल्क स्वास्थ जांच शिविर में कहीं। कार्यक्रम को सरपंच - ग्राम पंचायत लालपुर, श्रीमती कलावती टांडिया ने भी संबोधित किया। आभार डॉ. पूनम पांडेय द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ शिखा बैनर्जी द्वारा किया गया।जांच कराने पहुंचे लोगों को और वहाँ मौजूद लोगों को कोरोना से बचाव के प्रति भी जागरूक किया। कोरोना से बचाव के लिए मास्क व सेनिटाइजर का वितरण भी किया। इस दौरान शिविर की लोगों ने खूब सराहना की।
इस निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, औषधि वितरण एवं पोषण जागरूकता शिविर को सफल बनाने में मण्डल की सदस्य श्रीमती गीता वर्मा, प्रो. नीति जैन, प्रो. मनीषा शर्मा, प्रो. पूनम शर्मा, डॉ. बसंती साहू, डॉ. पूनम पांडेय, डॉ. शिखा बनर्जी, डॉ. मारिया, डॉ. शिल्पी श्रीवास्तव, डॉ. सरस्वती चतुर्वेदी, डॉ. अनीता ठाकुर, श्रीमती पूजा तिवारी, श्रीमती प्रज्ञा मिश्रा, श्रीमती सुनीता ओझा, श्रीमती शिल्पी माथुर, श्रीमती जयश्री जोहरी, श्रीमती मधुलिका, श्रीमती सविता साहू, श्रीमती अंशिका, श्रीमती प्रतिभा एवं सुश्री कीर्ति का योगदान सराहनीय रहा।
पंचायत भवन लालपुर में शिविर का उद्घाटन प्रो. के.के. त्रिपाठी पूर्व प्रमुख, चिकित्सा विभाग, बीएचयू, वाराणसी, डॉ. प्रेम शंकर पाण्डेय, आयुष विभाग, बीएचयू, वाराणसी, प्रो. एन. एस. एच. एच. मूर्ति, प्रभारी विश्विद्यालय स्वास्थ्य केन्द्र, प्रो. एम. एल. श्रीवास्तव पूर्व अधिष्ठाता, विज्ञान संकाय, दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, गोरखपुर के साथ इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक की प्रथम महिला व श्रीशील मण्डल की अध्यक्ष श्रीमती शीला त्रिपाठी एवं सरपंच - ग्राम पंचायत लालपुर, श्रीमती कलावती टांडिया द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का लाभ महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों ने भी लिया। शिविर में बड़ी संख्या में महिलाएं अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर पहुंची। इनमें से कई लोगों को अपनी बीमारी का पहली बार पता चला। शिविर में कई महिलाओं में खून की कमी, छोटे बच्चों में पेट की समस्या और बुजुर्गों में जोड़ों के दर्द की शिकायत सामने आई। लेकिन लोग दवा नहीं ले रहे थे। शिविर में इन्हें दवाएं और परामर्श दोनों दिया गया। वहीं गर्भवती महिलाओं को पोष्टिक भोजन लेने की हिदायत के साथ विशेष परामर्श दिया गया।
मरीजों की जांच कर रहे डॉ. के.के. त्रिपाठी ने बताया कि इस समय बीमारियों से बचने के लिए सभी को सावधानी रखने की आवश्यकता है। यदि समझदारी न दिखाई तो कोरोना की तीसरी लहर का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा बरसात का मौसम चल रहा है, जिसमें बीमारियां हावी होने का प्रयास करती हैं। इस मौसम में सफाई का विशेष ध्यान रखें। ताजे भोजन के अलावा पानी उबाल कर सेवन करें इस क्षेत्र में मोटे अनाज की बहुलता है, जैसे कि ज्वार, बाजरा, मक्का एवं कोदो-कुटकी अतः आप सभी को इसका सेवन करना चाहिए।
'अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है, ऐसे में टीकाकरण के साथ मास्क भी है जरूरी। जिस तरह से पर्यावरण और वातावरण प्रदूषित होता जा रहा हैं, लोगों में बीमारियों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। इनसे बचने के लिए सभी लोगों को हर 6 महीने में अपने शरीर की सभी जांचें करानी चाहिए। निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, औषधि वितरण एवं पोषण जागरूकता शिविर का आयोजन मानव सेवा हेतु एक पुनीत कार्य है। ऐसे शिविरों में जरूरतमंद व्यक्तियों को बिना खर्च स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो जाता है'। यें बातें श्रीशील मण्डल की अध्यक्ष एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक की प्रथम महिला श्रीमती शीला त्रिपाठी ने ग्राम पंचायत लालपुर में आयोजित निःशुल्क स्वास्थ जांच शिविर में कहीं। कार्यक्रम को सरपंच - ग्राम पंचायत लालपुर, श्रीमती कलावती टांडिया ने भी संबोधित किया। आभार डॉ. पूनम पांडेय द्वारा दिया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ शिखा बैनर्जी द्वारा किया गया।जांच कराने पहुंचे लोगों को और वहाँ मौजूद लोगों को कोरोना से बचाव के प्रति भी जागरूक किया। कोरोना से बचाव के लिए मास्क व सेनिटाइजर का वितरण भी किया। इस दौरान शिविर की लोगों ने खूब सराहना की।
इस निःशुल्क स्वास्थ्य जांच, औषधि वितरण एवं पोषण जागरूकता शिविर को सफल बनाने में मण्डल की सदस्य श्रीमती गीता वर्मा, प्रो. नीति जैन, प्रो. मनीषा शर्मा, प्रो. पूनम शर्मा, डॉ. बसंती साहू, डॉ. पूनम पांडेय, डॉ. शिखा बनर्जी, डॉ. मारिया, डॉ. शिल्पी श्रीवास्तव, डॉ. सरस्वती चतुर्वेदी, डॉ. अनीता ठाकुर, श्रीमती पूजा तिवारी, श्रीमती प्रज्ञा मिश्रा, श्रीमती सुनीता ओझा, श्रीमती शिल्पी माथुर, श्रीमती जयश्री जोहरी, श्रीमती मधुलिका, श्रीमती सविता साहू, श्रीमती अंशिका, श्रीमती प्रतिभा एवं सुश्री कीर्ति का योगदान सराहनीय रहा।
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