Anchadhara

अंचलधारा
!(खबरें छुपाता नही, छापता है)!

सांसद नहीं ले रही स्वविवेक से कोई निर्णय सलाहकार दे रहे गलत जानकारी सांसद की छवि पर लग रहे प्रश्न चिन्ह...?

 


      (हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)  

अनूपपुर (अंचलधारा) स्वर्गीय दलवीर सिंह, स्वर्गीय श्रीमती राजेश नंदनी सिंह आज भी लोगों की जुबान पर बने रहते हैं लोग आज भी पूरी दमदारी से कहते हैं कि आज दलवीर सिंह होते मैडम होती तो केंद्रीय सरकार एवं राज्य सरकार के मामले में आज शहडोल संभाग पीछे ना होता।लेकिन शहडोल संभाग का दुर्भाग्य है कि उनके बाद कोई दमदार वजनदार सांसद शहडोल संसदीय क्षेत्र को नहीं मिला।सांसद ज्ञान सिंह रहे अब वर्तमान में सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह हैं केवल पत्रों तक ही सीमित है इनके पत्र किसी अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंच पा रहे जिसके कारण लोगों को सुविधाओं के लिए स्वर्गीय दलवीर सिंह एवं स्वर्गीय श्रीमती राजेश नंदनी सिंह को याद करना पड़ता है।बड़ी विडंबना है कि स्वर्गीय दलवीर सिंह एवं स्वर्गीय श्रीमती राजेश नंदनी सिंह की पुत्री आज शहडोल संसदीय क्षेत्र की निर्वाचित भारी बहुमत से निर्वाचित सांसद हैं लेकिन केंद्रीय सरकार में इनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही भाजपा की सांसद होने के बाद भाजपा की केंद्र में प्रदेश में सरकार होने के बाद भी इनकी बातों को रद्दी की टोकरी में डाल दिया जाता है।देखने में आ रहा है की सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह अपने स्वविवेक से कोई निर्णय नहीं ले पा रही और जो इनके सलाहकार हैं वह सही सलाह इनको दे नहीं पा रहे। केवल सुनी सुनाई बातों पर सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह के लेटर पैड पर पत्राचार की कार्यवाही उनके हस्ताक्षर से कराकर समाचार पत्र की सुर्खियों में श्रीमती हिमाद्री सिंह सांसद को ला देते हैं लेकिन वास्तविकता से मैडम अनभिज्ञ रहती है।अभी हाल में ही 16 जून 2021 को सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह ने पत्र क्रमांक 1473/2021 एवं पत्र क्रमांक 1474/2021 एक पत्र केंद्रीय रेल मंत्री भारत सरकार नई दिल्ली को संबोधित एवं एक पत्र महाप्रबंधक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे बिलासपुर को संबोधित बरौनी गोंदिया एवं गोंदिया बरौनी ट्रेन नंबर 15231/15232 को लेकर लिखी है।जिसमें उनको यह नहीं मालूम की बरौनी गोंदिया एवं गोंदिया बरौनी ट्रेन लॉकडाउन 2020 के बाद से आज दिनांक तक पटरी पर स्पेशल वन कर भी नहीं चली है।लेकिन मैडम ने पत्र में इस बात का हवाला दिया है की वर्तमान में इस ट्रेन का मार्ग परिवर्तित हो जाने से अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी के यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।उन्होंने उक्त ट्रेन का परिचालन पूर्ववत कटनी,उमरिया,शहडोल,अनूपपुर कराने के निर्देश प्रदान करने के लिए पत्र लिखी है।जबकि यह ट्रेन अभी किसी भी मार्ग पर पटरी पर नहीं दौड़ रही।हाल ही में एक समाचार अवश्य ही आया था कि इस ट्रेन की गोंदिया से वाया नैनपुर,जबलपुर, कटनी, मैहर, सतना होकर चलाया जाना सुर्खियों में है और यह भी चर्चा आई कि रेलवे बोर्ड ने इस ट्रेन को नए मार्ग पर चलाने के लिए अप्रूवल दे दिया है।लेकिन किसी तरह का अधिकारिक पत्र रेल मंत्रालय द्वारा कोई अधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति आज दिनांक तक जारी नहीं की गई।उसके बाद भी शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह अपने सलाहकारों की सलाह पर केंद्रीय रेल मंत्री एवं दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को पत्र लिखकर ट्रेन का मार्ग परिवर्तित होने जैसी बात का हवाला देते हुए यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ऐसा झूठा हवाला देकर अपनी छवि पर प्रश्न चिन्ह लगा ली है...? सांसद को चाहिए था कि इस तरह की खबर जब उनके सामने लाया गया तो उन्हें सबसे पहले रेल मंत्रालय से रेल मंडल से रेल महाप्रबंधक से इसकी जानकारी लेनी थी कि क्या वास्तव में इस ट्रेन के बारे में जो चर्चाएं सामने आई है वह वास्तव में कितनी सही है उसके बाद उन्हें किसी तरह का पत्र लिखना था और समाचार पत्रों में खबरें प्रकाशित कराना था। लेकिन मैडम ने ऐसा नहीं किया वही पुरानी स्टाइल में पत्र लिखकर अपने कार्यों की इतिश्री करना मैडम ने उचित समझा। आवश्यकता है इस शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह अपने सलाहकार अच्छे लोगों को रखें स्वविवेक से कोई निर्णय लें किसी तरह की बात आने पर संबंधित विभाग से उसकी जानकारी हासिल कर ले उसके बाद किसी तरह का पत्राचार एवं प्रेस विज्ञप्ति जारी कराएं जिससे सांसद की छवि कायम रहे।यह सच है कि रेलवे के मामले में सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह ने आज तक कोई उपलब्धि अपने दम पर हासिल नहीं की।एक छोटा सा स्टॉपेज उमरिया जिले को नहीं दिला पाई। सारनाथ एक्सप्रेस का जोकि नेशनल पार्क बांधवगढ़ के लिए प्रमुख रेलवे स्टेशन है।यही सारनाथ एक छोटे से रेलवे स्टेशन 
अमदरा में आज भी रुक रही है।जबकि उमरिया जिला मुख्यालय है।इसके साथ ही शहडोल संसदीय क्षेत्र में कई ट्रेनें ऐसी चल रही है जिनका आज भी प्रमुख स्टेशनों पर सांसद ने स्टॉपेज घोषित नहीं करा पाई।

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