(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) अब स्कूलों के किचेन गार्डन में उगी हरी ताजी सब्जियां बालक-बालिकाओं को खाने को मिलेंगी।किचेन गार्डन में हरी अलग-अलग सब्जियां उगाने की तैयारियां प्रारंभ हो गई हैं। मगर स्कूली बच्चे इन हरी ताजी सब्जियों का लुत्फ स्कूल खुलने के बाद ही उठा पाएंगे।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मिलिंद कुमार नागदेवे ने बताया कि
प्रशासन द्वारा प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के 69 स्कूलों के किचेन गार्डन में हरी सब्जियां उगाने की योजना बनाई गई है।योजना पर अमल शुरु हो चुका है।फिलहाल जिले के 69 स्कूलों में किचेन गार्डन बन चुके हैं।इनमें 22 प्राथमिक विद्यालयों में 22 किचेन गार्डन तथा 47 माध्यमिक विद्यालयों में 47 किचेन गार्डन बनाए गए हैं। इनके निर्माण पर कुल 3 लाख 45 हजार रुपए की लागत आई हैं।
प्रशासन द्वारा प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के 69 स्कूलों के किचेन गार्डन में हरी सब्जियां उगाने की योजना बनाई गई है।योजना पर अमल शुरु हो चुका है।फिलहाल जिले के 69 स्कूलों में किचेन गार्डन बन चुके हैं।इनमें 22 प्राथमिक विद्यालयों में 22 किचेन गार्डन तथा 47 माध्यमिक विद्यालयों में 47 किचेन गार्डन बनाए गए हैं। इनके निर्माण पर कुल 3 लाख 45 हजार रुपए की लागत आई हैं।
स्कूली बालक-बालिकाओं को मध्यान्ह भोजन में हरी ताजी सब्जियां खिलाना ही किचेन गार्डन बनाने का मुख्य मकसद है, ताकि बच्चों को पौष्टिक आहार प्राप्त हो सके।किचेन गार्डन में सब्जियों को आकार लेने के बाद बच्चों को रोजाना तरह-तरह की हरी सब्जियों का स्वाद मिलेगा। सब्जियां उगाने का प्रबंध शाला प्रबंधन समिति द्वारा किया जाएगा और इस पर नाममात्र की लागत आएगी।जिले के अनूपपुर ब्लाक में 07 किचेन गार्डन, जैतहरी ब्लाक में 25 किचेन गार्डन तथा कोतमा ब्लाक में 30 किचेन गार्डन, पुष्पराजगढ़ ब्लाक में 07 किचेन गार्डन बनाए गए हैं। किचेन गार्डन में तरह-तरह की सब्जियां, सलाद की फसलें एवं भाजियां उगाने की प्रक्रिया शुरु हो गई है। पोषण आहार के लिए मुनगा के पौधे रोपने की योजना भी बनाई गई है।
0 Comments