(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) कोरोना वायरस को लेकर ट्रेन और बसों के साथ आवागमन के अन्य साधनों पर लगी रोक अभी भी यथावत बनी हुई है। जिससे ग्रामों से शहर की ओर आने वाले लोगों को विद्यार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नियम कानून के चलते बसों का संचालन भी अभी तक प्रारंभ नहीं हो सका। वही बिलासपुर कटनी रेल खंड एवं सीआईसी रेल सेक्शन चिरमिरी अंबिकापुर तरफ रेलों का संचालन प्रारंभ नहीं होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। करोना वायरस को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एवं मध्यप्रदेश शासन व जिला प्रशासन ने तमाम नियम कानून बनाए हैं । लेकिन उन नियमों का पालन 70 प्रतिशत लोग नहीं कर रहे। किसी को भी अब करोना वायरस का भय है ही नहीं । बसों के संचालक टेक्स्ट माफ नहीं किए जाने एवं 50 प्रतिशत सवारी के साथ बसों को चलाने के लिए तैयार नजर नहीं आ रहे। शासन प्रशासन को चाहिए कि नियम कानून को कुछ जनता के हित में बनाते हुए बस वालों को सीटिंग सवारी बैठाने की अनुमति प्रदान करें। जिससे उनके खर्चे निकल सकें ओवर सवारी पर रोक लगाई जा सकती है। लेकिन ग्रामीण अंचलों में मिलने वाली सवारी छात्र-छात्राओं को नजरअंदाज करना भी परेशानी का सबब बन सकता है । अब यातायात को सामान्य करना जनहित में जरूरी हो गया है। मास्क के नियम को टाइट करने की जरूरत है इसकी अनिवार्यता हर जगह अनिवार्य कर दी जाए। जो भी यात्री सवारी मास्क का उपयोग ना करें उन्हें किसी भी साधन में चाहे वह ऑटो हो या बस या ट्रेन हो बिना इसके उपयोग के यात्रा की अनुमति नहीं दी जाए। आज वाहन नहीं चलने से ट्रेन नहीं चलने से बाजारों की हालत बद से बदतर है। इसके सुधार के लिए आवश्यक है कि आवागमन के साधनों को प्रारंभ करवा दिया जाए। आज परीक्षाएं चल रही हैं छात्र छात्राओं को दूरस्थ अंचल से आने में तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन इस और किसी की नजर इनायत नहीं हो रही। शासन प्रशासन से अपेक्षा है कि कोई बीच का रास्ता निकाल कर यातायात को पहले की तरह बहाल किया जाए।
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