(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) मध्यप्रदेश के अंतिम छोर में बसे ग्राम पंचायत डोला, डूमर कछार, राजनगर (सभी अनूपपुर जिले) को ग्राम पंचायत से नगर परिषद बनाने की घोषणा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा अपने पूर्व मुख्यमंत्री काल में की गई थी। लेकिन बाद में प्रदेश के अंदर सत्ता बदल गई और कांग्रेस के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश की कमान संभाली तो उक्त ग्राम पंचायतों को नगर परिषद से ग्राम पंचायत में तब्दील करने का फरमान जारी कर दिया था। जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेता आंदोलन भी किए, लेकिन इसका प्रभाव कमलनाथ सरकार पर दिखाई नहीं दिया। जन विरोधी फैसले पर कमलनाथ सरकार कायम रही तो वहीं अब सत्ता बदलने के बाद एक बार फिर से शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं और जनता के हित में फैसला लेते हुए उक्त पंचायतों को नगर परिषद में बदलने के लिए आदेश जारी कर दिया है। शासन द्वारा जिले के कलेक्टर को सभी प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री के इस फैसले को लेकर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष बृजेश गौतम, वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल गुप्ता, पूर्व जिला अध्यक्ष आधाराम वैश्य, प्रेमचंद यादव, गजेंद्र सिंह सिकरवार, राजेश कलसा, बृजमोहन सिंह, के.एन.शर्मा, गजेंद्र सिंह परिहार ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह निर्णय क्षेत्र के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। ग्राम पंचायतों को नगर परिषद बनाए जाने से हर तरह की सुविधाओं में वृद्धि होगी। जिसका लाभ स्थानीय जनता को मिलेगा। यह सभी पंचायतें जनसंख्या के दृष्टि से भी काफी बड़ी हैं और यहां पर सुविधाओं का अभाव हमेशा बना रहा। यह पंचायतें नगर परिषद में तब्दील होने के बाद यहां की दशा और दिशा बदल जाएगी। भाजपा नेताओं ने कहा कि यही अंतर कांग्रेस और भाजपा सरकार में है। शिवराज सिंह चौहान विकास को लेकर सदैव कार्य करते हैं तो वहीं कांग्रेस की सरकार विनाश को लेकर चलती है। यही कारण रहा कि शिवराज के द्वारा उक्त ग्राम पंचायतों को नगर परिषद किए जाने की घोषणा को कमलनाथ की सरकार ने रद्द कर दिया था, लेकिन शिवराज सिंह चौहान के फिर से मुख्यमंत्री बनने के बाद यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और आने वाले समय में यह पंचायतें नगर परिषद के रूप में कार्य करेंगी। भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनिल गुप्ता ने कहा कि एक मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान जो प्रदेश की कुछ बड़ी पंचायतों को जन भावनाओ का आदर करते हुए नगरपरिषद वर्ष 2016 में बनाते हैं।दूसरी ओर कांगेस के मुख्यमंत्री कमलनाथ 22 नगर परिषदों को मार्च 2020 में सरकार जाने के मात्र एक सप्ताह पहले इन सभी नगर परिषदों को ग्राम पंचायत बना देते हैं। इन 22 नगर परिषदों ने क्या गुनाह किया था।जो कमलनाथ ने इनका हक छीन लिया।केवल धोखा देने के लिए मुख्यमंत्री बने थे। भला हो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मध्यप्रदेश भाजपा का। जिन्होंने 20 जून 2020 को जनभावनाओं का आदर करते हुए पुनः इन सभी 22 नगर परिषदों को नगर परिषद बनाकर अग्रिम प्रक्रिया प्रारंभ कर दिया। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस फैसले से ग्राम पंचायत डोला डूमर कछार राजनगर के क्षेत्रवासियों में हर्ष व्याप्त है और सभी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तथा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा एवं शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह को धन्यवाद दिया जिनके प्रयास से यह कार्य फिर से प्रारंभ हो सका।
बिसाहूलाल सिंह
ने खुशी व्यक्त की
डोला, डूमर कछार, राजनगर को ग्राम पंचायत से नगर परिषद बनाने की शिवराज सरकार के फैसले का पूर्व विधायक एवं भारतीय जनता
पार्टी के वरिष्ठ नेता बिसाहूलाल सिंह ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि ग्राम पंचायत से नगर परिषद में तब्दील होने पर क्षेत्र के लोगों की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होने लगेगी और क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।
पार्टी के वरिष्ठ नेता बिसाहूलाल सिंह ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि ग्राम पंचायत से नगर परिषद में तब्दील होने पर क्षेत्र के लोगों की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध होने लगेगी और क्षेत्र का तेजी से विकास होगा।
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