(हिमांशू बियानी / जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंचलधारा) कोरोना वायरस से उपजे संकट से निपटने के लिए रेलवे बोर्ड 508 पैसेंजर ट्रेनों को मेल एक्सप्रेस में परिवर्तन करने की योजना को जोनल कार्यालय एवं डीआरएम कार्यालय से मिलने वाले प्रस्ताव के बाद परिवर्तित करने की योजना बनाया है। मिली जानकारी के अनुसार दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर रेल मंडल अंतर्गत बिलासपुर कटनी रेल सेक्शन एवं सीआईसी रेल सेक्शन की पांच ट्रेनों को एक्सप्रेस बनाकर चलाए जाने की योजना है। पता चला है कि कम आय वाले स्टेशनों पर इन ट्रेनों का ठहराव नहीं होगा। साथ ही गति भी बढ़ाई जाएगी। रेलवे ने 17 जून 2020 को एक आदेश अपने सभी जोनल कार्यालय को भेजा है जिसमें 200 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय करने वाली पैसेंजर ट्रेनों को मेल एक्सप्रेस बनाए जाने की तैयारी चल रही है। समस्त जोनल रेलवे अधिकारियों को 19 जून तक प्रस्ताव इस संबंध में भेजना था । हालांकि डेमो मेमू एवं अन्य पैसेंजर ट्रेन इस दायरे में शामिल नहीं होंगी। पता चला है कि इस कवायद से इन ट्रेनों के किराए में भी बढ़ोतरी होगी। जिसका बोझ आम नागरिक, गरीब ,आदिवासी वर्ग पर पड़ेगा। रेलवे टाइम टेबल कमेटी के सदस्य नागेश नामजोशी ने बताया कि फिलहाल 508 पैसेंजर ट्रेनों को मेल एक्सप्रेस के रूप में तब्दील किया जा रहा है। गति बढ़ने से किराया भी बढ़ेगा। बिलासपुर कटनी सीआईसी रेल सेक्शन में इन पैसेंजर ट्रेन को रेलवे एक्सप्रेस बनाने की तैयारी में है - 58221 चिरमिरी चंदिया पैसेंजर,58222 चंदिया चिरमिरी पैसेंजर, 58701 शहडोल अंबिकापुर पैसेंजर, 58702 अंबिकापुर शहडोल पैसेंजर, 58219 बिलासपुर चिरमिरी पैसेंजर, 58220 चिरमिरी बिलासपुर पैसेंजर, 51606 चिरमिरी कटनी मुरवारा पैसेंजर, 51605 कटनी मुड़वारा चिरमिरी पैसेंजर ,51753 रीवा चिरमिरी पैसेंजर, 51754 चिरमिरी रीवा पैसेंजर ट्रेन शामिल है। इसके संबंध में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव, केंद्रीय मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह ,जिले की सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह एवं जोनल रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य अनिल गुप्ता को व्हाट्सएप कर जानकारी दी गई। जिसमें से छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी. एस. सिंहदेव एवं केंद्रीय मंत्री श्रीमती रेणुका सिंह ने अपनी आपत्ति जोनल रेलवे को लगा दी है। जबकि शहडोल सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह एवं जोनल रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य अनिल गुप्ता ने व्हाट्सएप पर भेजी गई जानकारी को उचित नहीं समझा। जिनसे जनता को काफी उम्मीदें थी। लेकिन वह जनता के काम की आवाज को उठाने में दूर दूर रहते हैं। पूर्व में रेलवे ने रीवा बिलासपुर, बिलासपुर रीवा पैसेंजर ट्रेन को एक्सप्रेस में तब्दील कर चुकी है। तमाम कोशिशों के बाद भी वह आज भी एक्सप्रेस के रूप में चल रही है। जनप्रतिनिधि जनता की आवाज को आगे नहीं बढ़ाते जिससे आवाजें दब जाती हैं और जनता को अधिक किराया देकर कम दूरी की यात्राएं करनी पड़ती हैं ।लॉकडाउन के कारण ट्रेनें बंद है, बस बंद है ,आवागमन की सभी सुविधाएं बंद होने से हर किसी को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे ट्रेनों को एक्सप्रेस बनाकर चलाएगी तो छोटे-छोटे स्टेशन के गरीब लोग आम जनता छात्र-छात्राएं ट्रेनों की सुख सुविधाओं से वंचित रह जाएंगी। इस तरफ रेलवे को विचार करना चाहिए। जनप्रतिनिधियों से उम्मीदें करना किसी भी दृष्टिकोण से अब उचित प्रतीत नहीं होता।
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