(हिमांशू बियानी/जिला ब्यूरो)
अनूपपुर (अंंचलधारा) जिले के अग्रणी शासकीय तुलसी महाविद्यालय में मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा गुणवत्ता उन्नयन परियोजना द्वारा प्रायोजित तथा अर्थशास्त्र एवं समाजशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्त्वावधान में क्षेत्रकार्य परियोजना निर्माण एवं प्रतिवेदन लेखन विषय पर आयोजित तीन दिवसीय छात्र उन्मुखीकरण कार्यक्रम का समापन हो गया।
यह कार्यक्रम 26 से 28 दिसम्बर 2022 के मध्य आयोजित किया गया।इसका शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य और संरक्षक डॉ.जे.के.सन्त द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।यह उन्मुखीकरण कार्यक्रम हायब्रिड मोड (ऑफलाइन एवं ऑनलाइन) पर आयोजित किया गया।
प्रथम दिवस महाविद्यालय के प्राध्यापकों द्वारा ऑफलाइन माध्यम से विद्यार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया,जिसमें इस प्रशिक्षण के सूत्रधार एवं व्यस्थापक डॉ. अमित भूषण द्विवेदी,विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र,डॉ.गीतेश्वरी पाण्डेय,विभागाध्यक्ष गणित,डॉ.आकांक्षा राठौर सहायक प्राध्यापक वाणिज्य एवं प्रो.संगीता बासरानी,सहायक प्राध्यापक जंतुविज्ञान ने विभिन्न विषयों पर प्रस्तुति देकर विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया।
कार्यक्रम के दूसरे दिन देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर के अर्थशास्त्र अध्ययनशाला के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.सखाराम मुजाल्दे द्वारा विद्यार्थियों को परियोजना के प्रारंभिक चरणों को बताया गया एवं उन्होंने कहा कि छात्र परियोजना को एक अवसर समझें न कि बोझ।दूसरे दिन के अन्य वक्ताओं में डॉ.अंकित सिंह सूर्यवंशी,सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र शासकीय महाविद्यालय नरयावली, सागर ने तथ्यों के संकलन एवं उनके विश्लेषण विषय पर व्यख्यान प्रस्तुत किया।जबकि डॉ.महेश बंसिया सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र,शासकीय महाविद्यालय सोयतकला ने प्रतिवेदन लेखन पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के तीसरे दिन शासकीय तुलसी महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक शाहबाज़ खान ने संदर्भ लेखन और ज्ञान प्रकाश पाण्डेय ने साहित्य समीक्षा विषय पर प्रकाश डाला।कार्यक्रम में कुल 500 से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हुए।कार्यक्रम की संयोजकत्त्व प्रो.प्रीति वैश्य, सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र ने किया।कार्यक्रम के सफल आयोजन में महाविद्यालय की आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ.देवेंद्र सिंह बागरी,डॉ.तरन्नुम सरवत, डॉ.नीरज मिश्र का विशेष योगदान रहा।
यह कार्यक्रम 26 से 28 दिसम्बर 2022 के मध्य आयोजित किया गया।इसका शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य और संरक्षक डॉ.जे.के.सन्त द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।यह उन्मुखीकरण कार्यक्रम हायब्रिड मोड (ऑफलाइन एवं ऑनलाइन) पर आयोजित किया गया।
प्रथम दिवस महाविद्यालय के प्राध्यापकों द्वारा ऑफलाइन माध्यम से विद्यार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया,जिसमें इस प्रशिक्षण के सूत्रधार एवं व्यस्थापक डॉ. अमित भूषण द्विवेदी,विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र,डॉ.गीतेश्वरी पाण्डेय,विभागाध्यक्ष गणित,डॉ.आकांक्षा राठौर सहायक प्राध्यापक वाणिज्य एवं प्रो.संगीता बासरानी,सहायक प्राध्यापक जंतुविज्ञान ने विभिन्न विषयों पर प्रस्तुति देकर विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया।
कार्यक्रम के दूसरे दिन देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर के अर्थशास्त्र अध्ययनशाला के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.सखाराम मुजाल्दे द्वारा विद्यार्थियों को परियोजना के प्रारंभिक चरणों को बताया गया एवं उन्होंने कहा कि छात्र परियोजना को एक अवसर समझें न कि बोझ।दूसरे दिन के अन्य वक्ताओं में डॉ.अंकित सिंह सूर्यवंशी,सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र शासकीय महाविद्यालय नरयावली, सागर ने तथ्यों के संकलन एवं उनके विश्लेषण विषय पर व्यख्यान प्रस्तुत किया।जबकि डॉ.महेश बंसिया सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र,शासकीय महाविद्यालय सोयतकला ने प्रतिवेदन लेखन पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के तीसरे दिन शासकीय तुलसी महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक शाहबाज़ खान ने संदर्भ लेखन और ज्ञान प्रकाश पाण्डेय ने साहित्य समीक्षा विषय पर प्रकाश डाला।कार्यक्रम में कुल 500 से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित हुए।कार्यक्रम की संयोजकत्त्व प्रो.प्रीति वैश्य, सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र ने किया।कार्यक्रम के सफल आयोजन में महाविद्यालय की आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ.देवेंद्र सिंह बागरी,डॉ.तरन्नुम सरवत, डॉ.नीरज मिश्र का विशेष योगदान रहा।
0 Comments